पिछले हफ्ते पॉजिटिव संकेतों के साथ बंद हुआ शेयर बाजार आखिर इस हफ्ते कैसा रहेगा। वो कौन-कौन से फैक्टर होंगे, जो शेयर बाजार पर असर डालेंगे। आइए जानते हैं।
सोमवार को शेयर बाजार में तेजी के बावजूद अडाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। सेंसेक्स जहां 61 हजार के उपर है, वहीं निफ्टी भी 17900 प्लस चल रहा है। लेकिन अडाणी ग्रुप के ज्यादातर शेयर लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी। बजट से पहले शेयर बाजार पर भी दबाव दिख रहा है। बुधवार को भी सेंसेक्स में 773 और निफ्टी में 226 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। ऐसे में बजट के बाद बाजार का क्या रुख होगा, आइए जानते हैं।
आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम है। अब आपने अपने डीमैट अकाउंट की केवाईसी नहीं करायी है तो 1 जुलाई से आप ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे।
एलआईसी ने एनएसई पर अपने शेयरों को 8.11 फीसदी की छूट पर 872 रुपए प्रति शेयर पर लिस्ट किया है। बीएसई पर, शेयर 949 रुपए प्रति शेयर के इश्यू प्राइस से 8.62 फीसदी नीचे 867.20 रुपए पर लिस्टेड हुए हैं।
आज शेयर बाजार में एलआईसी का डेब्यू इश्यू प्राइस के हिसाब से होता तो कंपनी का मार्केट कैप 6 लाख करोड़ के ज्यादा होती, लेकिन मौजूदा समय में एलआईसी का मार्केट कैप 5.59 लाख करोड़ रुपए हो चुका है। यानी करीब 40 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।
LIC Listing : एलआईसी का इश्यू प्राइस 949 रुपए प्रति शेयर था, जबकि लिस्टिंग के बाद कंपनी का शेयर 8 फीसदी का डिस्काउंट देखने को मिला है। बीएसई पर, एलआईसी के शेयरों ने 867 रुपए प्रति शेयर पर कारोबार करना शुरू किया है।
एलआईसी का आईपीओ 9 मई को बंद हुआ और 12 मई को बोली लगाने वालों को शेयर आवंटित किए गए। सरकार ने आईपीओ के जरिए एलआईसी में 22.13 करोड़ से ज्यादा शेयर या 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेची।
बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पारादीप फॉस्फेट्स आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन 17 मई 2022 को खुलेगा जबकि इथोस आईपीओ और ईमुद्रा आईपीओ क्रमशः 18 मई और 20 मई को खुलेगा।
सेंसेक्स 30 जुलाई 2021 के बाद पहली बार 52800 अंकों पर बंद हुआ है। जबकि निफ्टी साढ़े 9 महीनों के बाद 15800 अंकों से नीचे आया है। वैसे मई में शेयर बाजार निवेशकों को 25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है।