सार

भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को बहुला चतुर्थी व बहुला चौथ के नाम से जाना जाता है।

उज्जैन. बहुला चतुर्थी पर भगवान श्रीगणेश के निमित्त व्रत किया जाता है। वर्ष की प्रमुख चार चतुर्थी में से एक यह भी है। इस बार यह चतुर्थी 7 अगस्त, शुक्रवार को है।

इस विधि से करें ये व्रत
- महिलाएं इस दिन सुबह स्नान कर पवित्रता के साथ भगवान गणेश की आराधना आरंभ करें। भगवान गणेश की प्रतिमा के सामने व्रत का संकल्प लें।
- धूप, दीप, गंध, पुष्प, प्रसाद आदि सोलह उपचारों से श्रीगणेश का पूजन संपन्न करें। चंद्र उदय होने से पहले जितना हो सके कम बोलें।
- शाम होने पर फिर से स्नान कर इसी पूजा विधि से भगवान श्रीगणेश की उपासना करें।
- इसके बाद चन्द्रमा के उदय होने पर शंख में दूध, दूर्वा, सुपारी, गंध, अक्षत से भगवान श्रीगणेश, चंद्रदेव और चतुर्थी तिथि को अर्ध्य दें।
- इस प्रकार बहुला चतुर्थी व्रत के पालन से सभी मनोकामनाएं पूरी होने के साथ ही व्रती (व्रत करने वाला) के व्यावहारिक व मानसिक जीवन से जुड़े सभी संकट, विघ्न और बाधाएं समूल नष्ट हो जाते हैं।
- यह व्रत संतान दाता तथा धन को बढ़ाने वाला है।