सार
हमारे समाज में दैनिक कामों से जुड़ी अनेक परंपराएं और मान्यताएं पुराने समय से चली आ रही हैं। माना जाता है कि इस परंपराओं को पालन न करने पर दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है।
उज्जैन. हमारे समाज में दैनिक कामों से जुड़ी अनेक परंपराएं और मान्यताएं पुराने समय से चली आ रही हैं। माना जाता है कि इस परंपराओं को पालन न करने पर दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है। गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित संक्षिप्त गरुड़ पुराण अंक के आचारकांड में दैनिक जीवन से जुड़े कुछ ऐसे ही कामों के बारे में बताया गया है। जानिए कौन-से वो
पहला काम
कुछ लोग दिन में समय न मिलने पर रात में ही नाखून काटने लगते हैं, ये अपशकुन माना जाता है। इस संबंध में मान्यता है कि रात में नाखून काटने पर घर से लक्ष्मी चली जाती हैं और दरिद्रता का आगमन घर में हो जाता है। प्राचीन काल में रात के समय रोशनी का अभाव रहता था, इस कारण रात में नाखून काटने की मनाही होती थी। धीरे-धीरे समय के साथ ये पंरपरा बन गई।
दूसरा काम
ज्योतिष के अनुसार गुरुवार भाग्य के कारक ग्रह बृहस्पति यानी देवताओं के गुरु का दिन है। मान्यता है कि जो लोग इस दिन शेविंग करते हैं, उन्हें भाग्य का साथ नहीं मिल पाता है। शेविंग करने के लिए रविवार, सोमवार, बुधवार, शुक्रवार निर्धारित किए गए हैं। जबकि मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ये काम वर्जित किया गया है।
तीसरा काम
शाम के समय तुलसी में न तो जल चढ़ाना चाहिए और ना ही पत्ते तोड़ना चाहिए। शाम को तुलसी को छूना भी नहीं करना चाहिए। रोज शाम को तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने पर घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तुलसी में जल चढ़ाने के लिए सुबह का समय श्रेष्ठ रहता है।
चौथा काम
ध्यान रखें कि शाम को झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने पर घर से सकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है और घर में दरिद्रता आती है। शाम से पहले ही घर साफ कर लेना चाहिए। वास्तु दोषों से बचने के लिए इस बात का ध्यान हमेशा रखना चाहिए।