सार

गरुड़ पुराण (Garuda Purana) हिंदू धर्म के प्रमुख धार्मिक ग्रंथों में से एक है। इस ग्रंथ में जीवन मृत्यु से जुड़े कई रहस्यों के बारे में भगवान विष्णु ने विस्तार पूर्वक बताया है। इस ग्रंथ में जीवन को बेहतर तरीके से जीने की तमाम नीतियों के बारे में भी बताया गया है।

उज्जैन. लोग गरुड़ पुराण की नीतियों को समझकर इनका पालन करें तो कई समस्याओं को आसानी से सुलझा सकते हैं और कई परेशानियों से आसानी से बच भी सकते हैं। गरुड़ पुराण (Garuda Purana) के आचारकांड में कुछ ऐसे कामों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करने से आपके जीवन पर संकट आ सकते हैं। आगे जानिए कौन-से हैं वो 4 काम…

1. अगर आप रखे हुए मांस का सेवन करते हैं, तो इसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है। रखे हुए मांस पर कई तरह के खतरनाक बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं। यदि इनका सेवन किया जाए तो ये बैक्टीरिया शरीर के अंदर भी चले जाते हैं और व्यक्ति को इसके कारण जानलेवा बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए कभी भी ज्यादा दिन रखा हुआ या सूखा हुआ मांस नहीं खाना चाहिए।
2. अगर कोई व्यक्ति रात में दही का सेवन करता है तो उसके बीमार होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है क्योंकि दही ठंडी प्रकृति का होता है। इसे रात में खाने से कफ संबन्धी विकार हो सकते हैं। साथ ही इसे रात में पचने में भी समस्या आती है। इसके कारण व्यक्ति को कई तरह की स्वास्थ्यगत परेशानियां होती हैं।
3. जब भी किसी के शव के दाह संस्कार के लिए जाएं तो वहां ज्यादा देर न रुकें। यदि मृत व्यक्ति किसी बीमारी से ग्रसित होकर मरा है, तो उसके शरीर में कई तरह के बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं। दाह संस्कार के समय ये बैक्टीरिया हवा में उड़कर हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इसलिए श्मशान के धुएं से बचने का प्रयास करना चाहिए।
4. गरुड़ पुराड़ के अनुसार, हर काम के लिए एक नियमित समय बताया गया है। यदि आप सुबह जल्दी उठते हैं तो आप ताजी हवा में सांस लेते हैं और इससे आपके फेफड़े स्वस्थ होते हैं। जबकि देर तक सोने की आदत भी कई तरह की बीमारियों को जन्म देती है।

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