सार
इस बार 16 अप्रैल, शनिवार को हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2022) का पर्व मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी तिथि पर हनुमानजी का जन्म हुआ था। हनुमानजी को कलयुग का जीवंत देवता माना गया है यानी वे अमर है और आज भी पृथ्वी के किसी हिस्से पर तपस्या कर रहे हैं।
उज्जैन. हनुमानजी के अनेक प्राचीन मंदिर हमारे देश में है, लेकिन उन सभी में कुछ मंदिर ऐसे हैं जो विश्वप्रसिद्ध हैं और उनके साथ कोई-न-कोई खास मान्यता व परंपरा जुड़ी है। हनुमान जयंती के मौके पर इन मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। ये मंदिर अपने अंदर कई चमत्कार समेटे हुए हैं। इनमें बालाजी हनुमान, राजस्थान, लेटे हुए हनुमान इलाहाबाद आदि कई प्रसिद्ध हैं। हनुमान जयंती के मौके पर हम आपको हनुमानजी के कुछ ऐसे ही प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जो इस प्रकार है…
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1. बालाजी हनुमान मंदिर, मेहंदीपुर (राजस्थान) (Balaji Hanuman Mandir)
ये मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में है। ऐसा कहा जाता है कि ये मंदिर लगभग 1 हजार साल पुराना है। भूत-प्रेत बाधा से परेशान लोग यहां दूर-दूर से आते हैं और हनुमानजी की कृपा से स्वस्थ् होकर जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यहां जो हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित है वह चट्टान में स्वयं उभर आई थी। बाद में इसे मंदिर का स्वरूप दिया गया।
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2. डुल्या मारुति, पूना (महाराष्ट्र) (Dulya Maruti Mandir)
पूना का ये हनुमान मंदिर लगभग 350 साल पुराना माना जाता है। मूल रूप से डुल्या मारुति यानी हनुमानजी की मूर्ति एक काले पत्थर पर उकेरी गई है। गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित हनुमान अंक के अनुसार, इस मूर्ति की स्थापना श्रीसमर्थ रामदास स्वामी ने की थी। ये मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है। दूर-दूर से भक्त यहां दर्शन करने आते हैं।
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3. लेटे हनुमान, इलाहबाद (उत्तर प्रदेश) (Layte Hanuman, Allahabad)
प्रयागराज में गंगा नदी के किनारे पर बना ये हनुमान मंदिर बहुत प्रसिद्ध है क्योंकि यहां हनुमानजी की प्रतिमा सीधी नहीं बल्कि लेटी हुई मुद्रा में है। इसकी लंबाई लगभग 20 फीट है। मान्यता है कि कि अपनी थकान उतारने के लिए कुछ देर हनुमानजी ने यहां विश्राम किया था। बारिश के दिनों में जब ये मंदिर बाढ़ में डूब जाता है, तब इस प्रतिमा को दूसरे स्थान पर ले जाते है और समय आने पर दोबार यहां आकर स्थापित कर दिया जाता है।
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4. सालासर हनुमान मंदिर, (राजस्थान) (Salasar Hanuman Mandir)
ये मंदिर राजस्थान के चुरु में स्थित है। यहां स्थापित प्रतिमा की सबसे बड़ी खासियत है कि इनकी दाड़ी-मूंछ है। हनुमानजी की ऐसी प्रतिमा और कहीं देखने को नहीं मिलती। जनश्रुति है कि ये प्रतिमा एक किसान को खेत में मिली थी, जिसे सालासर में सोने के सिंहासन पर स्थापित किया गया है।
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5. भेट-द्वारका हनुमान मंदिर, गुजरात (Bhet-Dwarka Hanuman Mandir)
गुजरात के भेट-द्वारका नामक स्थान से चार मील दूर हनुमानजी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यहां हनुमानजी की प्रतिमा के साथ उनके पुत्र मकरध्वज की भी प्रतिमा भी स्थापित है। पौराणिक कथाओं में मकरध्वज को हनुमानजी का पुत्र बताया गया है, जिनका जन्म हनुमानजी के पसीने द्वारा एक मछली से हुआ था।
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