सार
Magh Bihu 2023: हमारे देश में एक ही त्योहार कई अलग-अलग परंपराओं के साथ मनाया जाता है। मकर संक्रांति भी एक ऐसा ही त्योहार है। ये पर्व गुजरात में उत्तरायण के रूप में, दक्षिण में पोंगल रूप में और असम में माघ बिहू के रूप में मनाया जाता है।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो उत्तरी गोलार्ध की ओर गति करने लगता है, जिसके कारण दिन बड़े होने लगते हैं। इसलिए इस खगोलीय घटना को भी उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिसे मकर संक्रांति कहते हैं। भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस पर्व को विभिन्न परंपराओं और नामों के साथ मनाया जाता है। असम में ये त्योहार माघ बिहू (Magh Bihu 2023) के रूप में मनाया जाता है। इस बार माघ बिहू का त्योहार 15 जनवरी, रविवार को मनाया जाएगा। माघ बिहू के अलावा असम में बोहाग बिहू और कोंगाली बिहू का पर्व भी मनाया जाता है। बोहाग बिहू का पर्व अप्रैल में और कोंगाली बिहू अक्टूबर में मनाया जाता है। आगे जानिए माघ बिहू से जुड़ी कुछ खास बातें…
क्यों मनाते हैं माघ बिहू का पर्व? (Magh Bihu 2023 Date)
सूर्य जब उत्तरी गोलार्द्ध की ओर गति करते हैं तो इससे दिन बड़े होने लगते हैं और सूर्य का पर्याप्त प्रकाश पृथ्वी पर पड़ता है, जिससे फसलें पकती हैं। माघ बिहू में किसान सूर्यदेव का आभार प्रकट करते हैं और अच्छी फसल के लिए सूर्यदेव से कामना करते हैं। ये मुख्य रूप से किसानों का त्योहार है। असम के लोग माघ बिहू से नये साल की शुरुआत मानते हैं। इस मौके पर खास पकवान बनाए जाते हैं और पारंपरिक नृत्य भी किया जाता है।
कैसे मनाते हैं माघ बिहू?
माघ बिहू के अंतर्गत असम के लोग ब्राई शिबराई (स्थानीय देवता) की पूजा करते हैं और सुख-समृद्धि की कामना के साथ मौसम की पहली फसल ब्राई शिबराई को अर्पित करते हैं। इस मौके पर गांव के लड़के और लड़कियां पारंपरिक धोती, गमोसा और अन्य रंगीन कपड़े पहन कर एक खास नृत्य करते हैं और फिर लोग एक-दूसरे को माघ बिहू की शुभकामनाएं भी देते हैं। इस तरह ये त्योहार हंसने-गाने और खुशियां बनाने के लिए जाना जाता है।
माघ बिहू के खास पकवान
माघ बिहू के मौके पर कई खास तरह के पकवान बनाए जाते हैं। ये सभी पकवान स्थानीय तौर पर काफी प्रसिद्ध होते हैं। इनमें खार, आलू पितिका, जाक, मसोर टेंगा आदि प्रमुख हैं। आलू पितिका में उबले आलू को मसलकर, उसमें प्याज, हरी मिर्च, हरी धनिया, नमक, सरसों तेल डाला जाता है और इसे चावल, दाल, नींबू के साथ खाया जाता है। जाक में हरी पत्तेदार सब्जियां होती हैं जबकि मसोर टेंगा में मछली के पकवान होते हैं।
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