सार

अप्रैल 2021 में कई प्रमुख तीज-त्योहार मनाए जाएंगे। इनमें से गुड़ी पड़वा, चैत्र नवरात्रि, श्रीराम नवमी और हनुमान जयंती प्रमुख हैं। इनके अलावा पापमोचनी और कामदा एकादशी के व्रत भी इस महीने में किए जाएंगे।

उज्जैन. अप्रैल 2021 में कई प्रमुख तीज-त्योहार मनाए जाएंगे। इनमें से गुड़ी पड़वा, चैत्र नवरात्रि, श्रीराम नवमी और हनुमान जयंती प्रमुख हैं। इनके अलावा पापमोचनी और कामदा एकादशी के व्रत भी इस महीने में किए जाएंगे। जानिए अप्रैल में किस दिन कौन-सा पर्व या व्रत किया जाएगा…  

- 4 अप्रैल, रविवार को शीतला सप्तमी है और 5 अप्रैल, सोमवार को शीतला अष्टमी है। इन तिथियों पर ठंडा भोजन करने की परंपरा है। शीतला माता की विशेष पूजा की जाती है। कुछ जगहों पर सप्तमी और कुछ जगहों पर अष्टमी पर ये पर्व मनाया जाता है।
- 7 अप्रैल, बुधवार को चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। इसे पापमोचनी एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत-उपवास करें।
- 11 अप्रैल, रविवार को और सोमवार, 12 अप्रैल को अमावस्या है। इस तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान करने और दान-पुण्य करने की परंपरा है। इस दिन पितरों के लिए विशेष धूप-ध्यान करें।
- 13 अप्रैल, मंगलवार से चैत्र मास की नवरात्रि शुरू हो जाएगी। इस दिन घट स्थापना होगी। इसी दिन गुड़ी पड़वा है। नवरात्रि में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इसी दिन से विक्रम संवत् 2078 शुरू होगा। मान्यता है कि इसी तिथि पर ब्रह्माजी सृष्टि की रचना की थी।
- 15 अप्रैल, गुरुवार को गणगौर तीज है। इस दिन वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनाए रखने की कामना से देवी पार्वती के लिए व्रत-उपवास किया जाता है।
- 16 अप्रैल, शुक्रवार को विनायकी चतुर्थी है। शुक्रवार को गणेशजी के साथ ही देवी लक्ष्मी का भी विशेष पूजन करें।
- 20 अप्रैल, मंगलवार को दुर्गाष्टमी है। इस दिन कुलदेवी की विशेष पूजा की जाती है।
- 21 अप्रैल, बुधवार को श्रीराम नवमी है। इस तिथि पर श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस दिन श्रीरामचरित मानस की जयंती भी मनाई जाती है।
- 23 अप्रैल, शुक्रवार को कामदा एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत रखा जाता है। विष्णुजी के अवतारों की आराधना की जाती है।
- 25 अप्रैल, रविवार को महावीर जयंती मनाई जाएगी। इस दिन महावीर स्वामी को विचारों को जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए। बुराइयों से बचें और हिंसा न करें।
- 27 अप्रैल, मंगलवार को चैत्र मास की पूर्णिमा है। इस तिथि पर हनुमानजी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करें। 28 अप्रैल से वैशाख मास शुरू होगा।
- 30 अप्रैल, शुक्रवार को गणेश चतुर्थी व्रत है। इस दिन चंद्र उदय रात में 10.40 बजे के बाद होगा। इस तिथि पर गणेशजी के लिए व्रत-उपवास करें।