गरुड़ पुराण: ये 4 काम भूलकर भी नही करना चाहिए, इनसे शुरू हो सकता है आपका बुरा समय

हिंदू धर्म में 18 खास पुराण बताए गए हैं। इनमें गरुड़ पुराण का विशेष स्थान है। आमतौर पर इस पुराण का पाठ किसी की मृत्यु के बाद किया जाता है। 

Asianet News Hindi | Published : May 26, 2020 6:42 PM IST

उज्जैन. गरुड़ पुराण में जीवन से जुड़े सभी रहस्यों के बारे में बताया गया है और इसमें बताए गए सूत्रों का पालन करने पर हमारी कई बाधाएं दूर हो सकती हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार गरुड़ पुराण के आचारकांड की नीतियों में 4 ऐसी बातें बताई गई हैं, जो किसी भी व्यक्ति के लिए परेशानियों का कारण बन सकती हैं। जानिए ये बातें कौन-कौन सी हैं, जिनसे बचना चाहिए…

1. ग्रंथों का अपमान करना
पं. शर्मा के अनुसार वेद-पुराण, रामायण, महाभारत जैसे सभी ग्रंथ पूजनीय माने गए हैं, क्योंकि इनसे हमें ज्ञान मिलता है। पुराणों में जीवन को सुखी बनाने के सूत्र बताए गए हैं। इन पवित्र का ग्रंथों का अपमान करना पाप कर्म माना गया है। इन ग्रंथों की सीख यह है कि हमें हर हाल में धर्म के अनुसार काम करना चाहिए। इस बात का पालन न करने पर जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं।

2. घमंड करना
रामायण में रावण और महाभारत में दुर्योधन अपने घमंड की वजह से अधर्म करते रहे और अंत में इनके पूरे वंश का नाश हो गया। ये एक आदत पूरे परिवार को बर्बाद कर सकती है। इसीलिए कभी भी घमंड न करें। जो लोग खुद को दूसरों से श्रेष्ठ समझते हैं, उन्हें समाज में उचित मान-सम्मान नहीं मिल पाता है।

3. परिवार और समाज के बड़े लोगों का अपमान करना
ग्रंथों का सार यह है कि हमें हर हाल में अपने माता-पिता का और सभी बड़े लोगों का सम्मान करना चाहिए। जो लोग माता-पिता का अनादर करते हैं, वे कभी भी सुखी नहीं रह पाते हैं। ऐसे लोगों का मन हमेशा अशांत ही रहता है।

4. दूसरों की निंदा करना
दूसरों की निंदा करना गलत काम माना गया है। हमें सिर्फ अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए। दूसरों के कामों पर ध्यान देने से हम अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं और परेशानियों का सामना करते हैं।

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