कोरोना वायर के फैलने की चिंताओं के बीच स्थानीय शेयर बाजार सोमवार को शुरूआत में जोरदार बढ़त के बाद नीचे आ गए कारोबार के अंतिम दौर में बिकवाली तेज होने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 153 अंक टूट गया
मुंबई: कोरोना वायर के फैलने की चिंताओं के बीच स्थानीय शेयर बाजार सोमवार को शुरूआत में जोरदार बढ़त के बाद नीचे आ गए। कारोबार के अंतिम दौर में बिकवाली तेज होने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 153 अंक टूट गया।
भारत में कोरोना वायरस के दो नये मामले सामने आने की रपट का शेयर बाजारों की गिरावट में असर दिखा। यह लगातार सातवां कारोबारी दिन है जब बाजार में गिरावट दर्ज की गयी।
निफ्टी में भी एक समय अच्छी खासी तेजी चल रही थी
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 153.27 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,144.02 अंक पर बंद हुआ। वृद्धि संबंधी चिंता के कारण वित्तीय, इस्पात और रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी में भी एक समय अच्छी खासी तेजी चल रही थी । लेकिन यह अंत में 69 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की गिर कर 11,132.75 अंक पर बंद हुआ। शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स एक समय 786 अंक मजबूत होकर 39,083.17 अंक पर चल रहा था। निफ्टी भी इसी तरह 11,433 अंक को छू गया था।
नये मामलों के कारण शेयर बाजार नीचे आये
हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना वायरस के दो नये मामले सामने आने की जानकारी देने के बाद निवेशकों में घबराहट बढ़ने से सेंसेक्स दिन के उच्च स्तर से करीब 1,300 अंक तक नीचे चला गया और 37,785.99 अंक के स्तर तक पहुंच गया। निफ्टी भी 11,036.25 अंक तक चला गया था।
शेयरखान बीई बीएनपी परिबा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूंजी बाजार रणनीति एवं निवेश के प्रमुख गौरव दुआ ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के नये मामलों के कारण शेयर बाजार नीचे आये। वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में स्थिरता के बावजूद निफ्टी में कारोबार के दौरान 11,430 के उच्च स्तर से करीब 400 अंक की गिरावट आयी और यह सब केवल एक घंटे में हुआ।’’
बैंकों के वृद्धि को पटरी पर लाने के लिये प्रोत्साहन
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘दुनिया भर में केंद्रीय बैंकों के वृद्धि को पटरी पर लाने के लिये प्रोत्साहन उपाय की उम्मीद से वैश्विक बाजारों में तेजी आयी। हालांकि फरवरी में घरेलू विनिर्माण में वृद्धि में नरमी आपूर्ति संबंधी चिंता को बताता है। यह बताता है कि अल्पकालीन चिंताओं से बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है।’’
जनवरी में करीब आठ साल के उच्च स्तर पर रहने के बाद देश का विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि फरवरी में धीमी पड़ी है। कोरोना वायरस के कारण व्यापार धारणा प्रभावित हुई है। आईएचएस मार्किट इंडिया के विनिर्माण क्षेत्र के पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) फरवरी 2020 में 54.5 पर रहा। यह आंकड़ा जनवरी के 55.3 अंक के मुकाबले नीचे है।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में तेजी दर्ज
सेंसेक्स में शामिल जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उसमें एसबीआई, टाटा स्टील, हीरो मोटो कार्प, बजाज ऑटो, ओएनजीसी और इंडसइंड बैंक शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ एचसीएल टेक, नेस्ले इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक और इन्फोसिस लाभ में रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सियोल और तोक्यो लाभ में रहे। शुरूआती कारोबार में यूरोप के प्रमुख बाजारों में तेजी दर्ज की गयी।
इस बीच, ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 2.25 प्रतिशत टूटकर 50.79 डॉलर पर आ गया।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)