कोरोना के चलते चीन में बढ़ी पाबंदियां तो भारत पर भी आ सकता है बड़ा संकट, जानें क्या है वजह

चीन में कोरोना (China Corona) विस्फोट की वजह से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर आए दिन चीन से आ रहीं तस्वीरें वाकई डराने वाली हैं। चीन में फैले कोरोना का असर सिर्फ चीन तक ही सीमित नहीं रहने वाला, बल्कि इसका असर पूरी दुनिया में देखने को मिल सकता है।

Ganesh Mishra | Published : Dec 22, 2022 6:02 PM IST

Covid in China: चीन में कोरोना (China Corona) विस्फोट की वजह से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर आए दिन चीन से आ रहीं तस्वीरें वाकई डराने वाली हैं। चीन में फैले कोरोना का असर सिर्फ चीन तक ही सीमित नहीं रहने वाला, बल्कि इसका असर पूरी दुनिया में देखने को मिल सकता है। दरअसल, पहले से ही मंदी की मार झेल रही दुनिया में एक बार फिर इसकी आहट नजर आने लगी है। दुनियाभर के शेयर बाजारों में लगातार बना गिरावट का माहौल भी इसी ओर इशारा कर रहा है। इसके साथ ही भारत में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। दरअसल, कई चीजों में भारत की निर्भरता अब भी चीन पर है।

चीन में बढ़ी पाबंदियां तो प्रभावित होगी सप्लाई चेन
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम से लेकर आर्गनिक केमिकल्स, थोक दवाएं और मेडिकल उपकरण (Medical Equipment) भी चीन से खरीदता है। अगर कोरोना के चलते चीन में पाबंदियां बढ़ीं तो सप्लाई चेन प्रभावित हो सकती है। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ेगा। 

चीन से ये सामान आयात करता है भारत : 
चीन से भारत में आने वाली सबसे महत्वपूर्ण चीजों में इलेक्ट्रॉनिक सामान के अलावा न्यूक्लियर रिएक्टर्स (Neculear Reactors), बॉयलर, ऑर्गनिक केमिकल (Organic Chemicals), प्लास्टिक के सामान, फर्टिलाइजर्स, ऑटो पार्ट्स, केमिकल उपकरण, आयरन एंड स्टील और एल्युमिनियम शामिल हैं। इसके अलावा भारत चीन से बड़े पैमाने पर स्मार्टफोन, टीवी किट, डिस्प्ले बोर्ड, मेमोरी कार्ड, लैपटॉप, पेन ड्राइव और एलईडी बोर्ड आदि भी खरीदता है। इसके साथ ही मेडिकल सेक्टर की निर्भरता भी चीन पर बहुत ज्यादा है। चीन से सस्ते मेडिकल और ओटी उपकरण बड़ी संख्या में खरीदे जाते हैं। 

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भारतीय फार्मा कंपनियों के लिए आता है कच्चा माल : 
भारत में चीन से जो आर्गेनिक केमिकल्स आते हैं, उनमें दवाएं तैयार करने में इस्तेमाल होने वाले कच्चा माल भी शामिल है। अगर इनकी सप्लाई प्रभावित होती है, तो भारत की कई फार्मा कंपनियों जैसे सन फार्मास्युटिकल्स, ग्लेनमार्क, डॉ. रेड्डीज लैब, मैनकाइंड फार्मा की मुसीबतें बढ़ सकती है। कच्चा माल न मिल पाने की वजह से देश में भी दवाओं के संकट के साथ ये महंगी हो सकती हैं।

चीन में 24 घंटे में आए 3030 केस : 
दुनियाभर को कोरोना जैसी घातक महामारी के संकट में धकेलने वाला चीन इन दिनों खुद इससे जूझ रहा है। हालांकि, बावजूद इसके चीन अब भी सही आंकड़े उपलब्ध नहीं करा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के ऑफिशियल आंकड़ों के मुताबिक, वहां बुधवार को 3,030 नए केस मिले हैं। जबकि बीते 24 घंटे में दुनियाभर में 5.37 लाख केस सामने आए हैं। बता दें कि चीन में इन दिनों कोरोना विस्फोट के लिए ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट BF7 जिम्मेदार है। भारत में भी अब तक इस वैरिएंट के 4 मरीज मिल चुके हैं। 

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