बीबीए एलएलबी कोर्स में छात्रों को क्लास रूम ट्रेनिंग, मूट कोर्ट, कोर्ट विजिट, क्लिनिकल इंटर्नशिप और केस स्टडी का एक्सपोजर मिलता है। उन्हें थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल की भी पढ़ाई कराई जाती है। उन्हें बेसिक फैक्ट्स सीखाए जाते हैं।
करियर डेस्क : अगर आप बिजनेस और लॉ दोनों की साथ-साथ पढ़ाई करना चाहते हैं तो बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (BBA LLB) कोर्स सबसे बेहतर है। यह पांच साल का इंटीग्रेटेड प्रोग्राम है। जिसमें स्टूडेंट्स को बिजनेस और लॉ दोनों सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं। इस कोर्स की सबसे खास बात यह है कि 12वीं किसी भी स्ट्रीम में करने के बाद छात्र इस कोर्स को कर सकता है। बीबीए एलएलबी करने वाले छात्रों को पहले कॉमर्स के सब्जेक्ट्स की जानकारी दी जाती है। उसके बाद लॉ की। इस कोर्स के बाद फ्यूचर में काफी स्कोप है। छात्र इस फील्ड में करियर बनाने के साथ शानदार सैलरी भी कमा सकते हैं।
स्किल्स जो देंगे बेहतर अपॉर्च्युनिटी
बीबीए एलएलबी कर रहे स्टूडेंट्स में इस क्षेत्र से जुड़ी कुल स्किल्स उन्हें बेहतर करियर ऑप्शन दे सकता है। इन स्किल्स की मदद से छात्र कई अपॉर्च्युनिटी पा सकता है। इस कोर्स के स्टूडेंट्स में किसी भी तथ्य को समझने और उसके विश्लेषण की क्षमता होनी चाहिए। क्लेरिटी ऑफ स्पीच, ऑब्जेक्टिविटी, जजमेंट स्किल्स और लॉजिकल थिंकिंग भी काफी मायने रखता है। स्टूडेंट्स रिसर्च ओरिएंटेड और हार्ड वर्किंग होने के साथ इंटेलैक्चुअल, आइ टू डिटेल्स, फ्लूएंसी इन लैंग्वेज, कॉन्फिडेंस हो। इसके साथ ही उनमें प्रेजेंटेशन स्किल्स हो और बिजनेस नॉलेज भी। ये स्किल्स उसे किसी केस को समझने में आसानी देंगे और बेहतर करियर का निर्माण करेंगे।
कौन कर सकता है BBA LLB
BBA LLB इंटीग्रेटेड कोर्स करने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं का पास होना चाहिए। 12वीं किसी भी स्ट्रीम का स्टूडेंट इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है। इसके साथ ही कक्षा 12 में छात्र के कम से कम 45 प्रतिशत मार्स्क होने चाहिए। एससी या एसटी वर्ग के छात्रों को पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी। 10वीं के बाद लॉ में डिप्लोमा करने वाले छात्र भी इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। बीबीए एलएलबी कोर्स में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम के तहत दिया जाता है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए नेशनल लेवल के साथ यूनिवर्सिटी लेवल पर भी कई परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं।
कौन-कौन की परीक्षा
CLAT- क्लैट परीक्षा नेशनल लेवल पर होती है। इस परीक्षा को पास करने वाले स्टूडेंट्स को रैंकिंग के आधार पर कॉलेज मिलते है।
LSTA- लॉ स्कून ऑफ इंडिया- एलसैट भी नेशनल लेवल पर एंट्रेंस एग्जाम होता है। इसमें पास होने वाले छात्रों को रैंकिंग के आधार पर कॉलेज में दाखिला दिया जाता है। एलसैट की परिक्षा साल में दो बार होती है। लॉ स्कून एडमिशन काउंसिल की तरफ से परीक्षाएं आयोजित होती हैं।
SLAT- सिंबोसिस लॉ एजमिशल टेस्ट यानी स्लैट यूनिवर्सिटी लेवल पर एंट्रेंस एग्जाम है। सिंबोसिस लॉ यूनिवर्सिटी की तरफ से इस परीक्षा का आयोजन होता है।
AILET- ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट भी यूनिवर्सिटी लेवल पर प्रवेश परीक्षा है। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली की तरफ से परीक्षा आयोजित होती है।
फ्यूचर में स्कोप
बीबीए एलएलबी करने वाले छात्र पांच साल के इस कोर्स के दौरान इतनी जानकारी पा जाते हैं कि उनके सामने करियर के ढेर साले ऑप्शन होते हैं। इस कोर्स के बाद आप कई जॉब प्रोफाइल पर जा सकते हैं। इसमें एडवोकेट, सॉलिसिटर, कॉर्पोरेट वकील, स्वतंत्र वकील, प्रोफेसर और लॉ रिपोर्टर। कई ऐसी कंपनियां हैं जो इस इंटीग्रेटेड कोर्स के बाद अपॉर्च्युनिटी देते हैं। जिसमें खेतान एंड कंपनी, देसाई और दीवानजी, त्रिलीगल, आर्थिक कानून अभ्यास, अमरचंद एंड मंगलदास एंड सुरेश ए श्रॉफ एंड कंपनी, एजेडबी एंड पार्टनर्स, शार्दुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी, हम्मुराबी एंड सोलोमन, एस एंड आर एसोसिएट्स और तलवार ठाकोर एंड एसोसिएट्स शामिल हैं।
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