साउथ डायरेक्टर के विश्वनाथ का 92 साल की उम्र में निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार

Published : Feb 03, 2023, 07:24 AM ISTUpdated : Feb 03, 2023, 07:52 AM IST
legendary south director k viswanath passes away at the age of 92 KPJ

सार

एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से बुरी खबर सामने आई है। बता दें कि साउथ फिल्मों के जानेमाने डायरेक्टर के विश्वनाथ का निधन हो गया है। वे 92 साल के थे। उन्होंने फिल्मों को डायरेक्ट करने के साथ ही कई फिल्मों में काम भी किया। कई सेलेब्स ने उनके निधन पर शोक किया।

एंटरटेनमेंट डेस्क. मनोरंजन जगत से एक बार फिर बुरी खबर सुनने को मिल रही है। खबर है कि साउथ फिल्मों के जानेमाने डायरेकटर के विश्वनाथ (K Viswanath) का गुरुवार रात निधन हो गया है। वे 92 साल के थे। बता दें कि उनका वे लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे और उनका हैदराबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके निधन से साउथ फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। साउथ के साथ बॉलीवुड के कई सेलेब्स ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। बता दें कि उन्होंने अपने करियर में कई शानदार फिल्में दी। वे तेलुगु फिल्में इंडस्ट्री से ताल्लुक रखते थे।

1951 में शुरू किया था के विश्वनाथ ने अपना करियर

आपको बता दें कि के विश्वनाथ ने 1951 में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत तेलुगु-तमिल फिल्म पत्थला भैरवी से की थी। 1965 में उन्होंने तेलुगु फिल्म आत्मा गोवरवम के साथ बतौर निर्देशक डेब्यू किया। इस फिल्म को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नंदी पुरस्कार मिला था। इसके बाद उन्होंने ड्रामा फिल्में चेलेली कपूरम (1971), शारदा (1973), ओ सीता कथा (1974) और जीवन ज्योति (1975) फिल्में बनाई। उन्होंने मानवीय और सामाजिक मुद्दों पर भी कई फिल्में बनाई हैं। इनमें सप्तपदी, सिरिवेनेला, सूत्रधारुलु, सुभलेखा, श्रुतिलायालु, सुभ संकल्पम, आपद्बंधवुडु, स्वयं कृषी और स्वर्णकमलम शामिल है। इनमें समाज के विभिन्न पहलुओं को दिखाया गया।

बॉलीवुड फिल्मों की भी किया डायरेक्ट

विश्वनाथ ने साउथ ही नहीं बल्कि बॉलीवुड फिल्मों का निर्देशन किया। उन्होंने सरगम ​​(1979), कामचोर (1982), शुभ कामना (1983), जाग उठा इंसान (1984), सुर संगम (1985), संजोग (1985), ईश्वर (1989), संगीत (1989) जैसी हिन्दी फिल्मों का निर्देशन किया है। इनमें से कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही। डायरेक्शन के बाद उन्होंने एक्टिंग में भी किस्मत आजमाई। उन्होंने वज्रम (1995), कालीसुन्दम रा (2000), नरसिम्हा नायडू (2001), आदवरी मतलकु अर्थले वेरुले (2007), पांडुरंगडु (2008), देवस्थानम (2012) सहित कई फिल्मों में काम किया। बता दें कि 2017 में उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा किया गया था। इसके अलावा उन्हें 6 नेशनल फिल्मफेयर अवॉर्ड, 8 स्टेट नंदी अवॉर्ड और 10 फिल्मफेयर पुरस्कार अवॉर्ड भी मिले।

सेलेब्स ने दी के विश्वनाथ को श्रद्धाजंलि

अनिल कपूर ने के विश्वनाथ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया- मुझे आपसे बहुत कुछ सीखने को मिला। फिल्म ईश्वर के दौरान आपके साथ सेट पर होना किसी मंदिर से कम नहीं था। जूनियर एनटीआर ने कहा कि उन्होंने तेलुगु सिनेमा को देश ही नहीं विदेशों में भी पॉपुलैरिटी दिलवााई। उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है। मेगास्टार चिरंजीवी का ने लिखा- शब्दों से परे स्तब्ध, श्री के विश्वनाथ का जाना भारतीय / तेलुगु सिनेमा और मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से एक अपूरणीय क्षति है। ओम शांति !!

 

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