यहां मिलता है एक ऐसा फल जो है पोषण से भरपूर, लेकिन सरकार ने इस वजह से किया है बैन

भारत एक ऐसा देश है जहां भोजन स्वाद के बिना अधूरा माना जाता है। चटपटा, मसालेदार, मीठा और तीखा भोजन हमारे पसंद में शुमार हैं। लेकिन दुनिया के कई ऐसे मुल्क हैं जहां ऐसा खाना या फल मिलता है जिसे आप खाना तो दूर देखना भी पसंद नहीं करत पाएंगे। 
 

Asianet News Hindi | Published : Aug 16, 2022 10:08 AM IST

फूड डेस्क. ड्यूरियन (durian) एक ऐसा फल है जो भारत में नहीं पाया जाता है। लेकिन सिंगापुर,मलेशिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया और फिलिपींस में पाया जाता है। इस फल में कई  न्यूट्रिशनल वेल्यू है। लेकिन सिंगापुर में इस फल को सार्वजनिक वाहन पर ले जाना मना है। इस फल पर सरकार बैन लगा रखा है। अब आप सोच रहे होंगे कि फल पर बैन वो भी पोषण से भरपूर है फिर भी। तो इसके पीछे वजह इसका स्वाद और गंध हैं। यह फल स्वाद में अजीब तो होता ही हैं। इसका गंध बहुत ही ज्यादा खराब होता है।

इस फल का गंध सड़े हुए प्याज, इस्तेमाल किए गए मोजे और तारपीन के मिश्रण की तरह होता है। इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। जिसकी वजह से सिंगापुर में रैपिड मास ट्रांजिट सिस्टम, टैक्सियों, बसों और अन्य साधनों में ले जाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। हालांकि कुछ लोग पोषण की वजह से इस फल का इस्तेमाल करते हैं। 

कमजोर दिल वाले ना खाए ये फल!

कुछ दक्षिण पूर्व एशियाई जनजातियों ने कच्चे और पके हुए दोनों रूपों में इस फल का आनंद लिया जाता है। ड्यूरियन में चीनी मिलाकर लोग खाते हैं या फिर पैनकेक में लपेटकर इसे लेते हैं।केक में डालकर इसे बना सकते हैं। लेकिन आप कमजोर दिल के हैं तो इसका इस्तेमाल ना करें, क्योंकि इसका गंध आपको विचलित कर सकता है।

पोषण से भरपूर है ये फल 

चलिए बताते हैं इस फल का पोषण वैल्यू। कटहल की तरह दिखने वाले इस फल में विटामिन-सी, फोलिक एसिड, विटामिन-बी 6 और विटामिन-ए होते हैं। इसमें सोडियम, पोटेशियम, फॉसफोरस, कैल्शियम ,आयरन, जैसे प्रोटीन और मिनरल्स भी पाए जाते हैं। जो एनीमिया को दूर करता है। इम्यूनिटी बढ़ता है। हड्डियों को मजबूत करता है। कैंसर से लड़ने में मदद करता है। डिप्रेशन दूर करता है।फर्टिलिटी बढ़ाता है।

गर्भवती महिला इस फल से रहें दूर

जो लोग शराब पीते हैं उन्हें इस फल से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।शराब और इसके कॉम्बिनेशन से मौत की रिपोर्ट आई है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं और ब्रेस्ट फीडिंग करा रही महिलाओं को भी इस फल को खाने से मना किया गया है। इससे गर्भपात होने की नौबत आ सकती है।  इसके साथ ही बिना पके हुए बीजों के सेवन से बचें, क्योंकि वे जहरीले और कैंसर कारण हो सकता है।

और पढ़ें:

Dil Se Desi: यह है झारखंड का वेज मटन रुगडा, भरी बारिश में इसे बीनने जाती है आदिवासी महिलाएं

भूलकर भी ना खाएं इन फलों के बीज, 'जहर' से भी ज्यादा होते है नुकसानदायक

Share this article
click me!