संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में काम करने के दौरान उन्हें चाड में डिवीजन हेड के रूप में उत्तर-मध्य अफ्रीका देश भेजा गया। जहां उन्होंने भारत के समृद्ध उच्च विकास वाले राज्यों में कुपोषण पर एक रिसर्च पेपल लिखा, जिसमें गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों का जिक्र था। इनमें गुजरात सबसे अच्छी कंडीशन में था। यही पेपर तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी के हाथ लगा और इसे पढ़ उन्होंने प्रशांत किशोर को फोन किया और गुजरात में काम करने का ऑफर दिया।