बेस्ट मैनेजर कहे जाते हैं अनुराग ठाकुर, जानिए फैमिली बैकग्राउंड से लेकर संसद तक का सफर
नई दिल्ली. निर्मला सीतारमण आज आम बजट पेश कर रही हैं। लाल कपड़े में बही खाता लेकर वे संसद पहुंची यह दोबारा सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार का पहला बजट है। इस बजट से देश के लोगों को बड़ी उम्मीदें हैं। इन सब के बीच केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने पूजा अर्चना की जिसके बाद वे सोशल मीडिया पर छा गए। बजरंगबली की शरण में बैठे अनुराग ठाकुर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई जिसके बाद उनको लेकर चर्चाएं गर्म है। आम बजट पेश होने के बीच हम आपको राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर के बारे में बता रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि हिमाचल के रहने वाले अनुराग ठाकुर न सिर्फ राजनेता हैं बल्कि क्रिकेट और सैन्य सेवा भी में भी उनका सफल योगदान रहा है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 1, 2020 6:04 AM IST / Updated: Feb 01 2020, 11:50 AM IST
ठाकुर ने इस बजट को लेकर कहा कि, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास हमारी सरकार का लक्ष्य है। अनुराग ठाकुर के बारे में ये कहा जाता है कि वो अच्छे मैनेजर हैं। सेंटर और स्टेट में अपनी अच्छी पैठ रखते हैं और उन्हें हिमाचल की राजनीति का अगला बड़ा नेता माना जाता है।
अनुराग ठाकुर का जन्म 24 अक्टूबर 1974 को हमीरपुर के समीरपुर में प्रेम कुमार धूमल और शीला धूमल के घर पर हुआ। उनके छोटे भाई अरुण धूमल जालंधर में शिक्षण संस्थान चलाते हैं। अनुराग की शादी 2002 में पूर्व मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह की बेटी शैफाली से हुई। उनके दो बेटे जय आदित्य सिंह और उदयवीर सिंह हैं। (पिता और बच्चों के साथ अनुराग ठाकुर)
अनुराग की प्रारंभिक शिक्षा दयानंद मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल जालंधर में हुई। इसके बाद दोआबा कॉलेज से स्नातक की। ठाकुर ने पंजाब के दयानंद मॉडल स्कूल, जालंधर से शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद दोआबा कॉलेज जालंधर से बीए किया था। (बजट से पहले बजरंगबली की शरण में ठाकुर)
अनुराग ठाकुर क्रिकेट के शौकीन हैं। खुद हिमाचल के लिए रणजी खेले हैं। मगर इनका बतौर बीसीसीआई के प्रेसिडेंट की कुर्सी तक पहुंचना इस पहाड़ी राज्य के क्रिकेट की तकदीर को बदलने के लिए काफी था। हिमाचल में क्रिकेट को बढ़ाने के लिए अनुराग ठाकुर का बड़ा योगदार रहा है। वो अभी भी एचपीसीए के प्रेसिडेंट हैं। (क्रिकेट खेलते हुए अनुराग ठाकुर)
अनुराग लोकसभा में पार्टी चीफ व्हिप, सांसद रत्न अवार्ड 2019, फेम इंडिया श्रेष्ठ सांसद अवार्ड 2018, हॉकी हिमाचल के अध्यक्ष, टेबल टेनिस एसोसिएशन अध्यक्ष, विश्व व्यापार संगठन जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मंच पर साढे चार साल से भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
इतना ही नहीं भारत के युवा सांसदों में से एक अनुराग 2011 में सर्वश्रेष्ठ युवा सांसद का पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। संसद के सदस्य (सांसद)-14वीं से 16वीं लोकसभा तक हमीरपुर सीट से लगातार चार बार रिकार्ड जीत दर्ज की। (पत्नी शेफाली के साथ दिवाली मनाते हुए अनुराग ठाकुर की एक तस्वीर)
आइटी मंत्रालय की संसदीय स्थायी समिति, पब्लिक एकाउंट्स समिति सदस्य, संसदीय दल के प्रवक्ता, विद्युत मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति के सदस्य हैं। अनुराग की संसद में उपस्थिति प्रभावशाली 91 फीसद रही है।
मात्र 14 साल की उम्र में अपना क्रिकेट करियर शुरू करने वाले अनुराग 1992-93 में पंजाब रणजी टीम के कैप्टन रहे हैं। वे 25 साल की उम्र में हिमाचल प्रदेश राज्य क्रिकेट संघ के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रहते अनुराग ठाकुर ने एक फर्स्ट क्लास मैच भी खेला। इस मैच में वह खुद कप्तान थे और उन्होंने दो विकेट भी लिए थे। (बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के साथ ठाकुर)
वे हॉकी हिमाचल प्रदेश के महासचिव रहे और भारतीय ओलंपिक संघ के कार्यकारी सदस्य रह चुके हैं। वहीं बीसीसीआई के संयुक्त सचिव भी रहे। 22 मई 2016 को बीसीसीआइ के अध्यक्ष चुने गए। वह बीसीसीआइ के 34वें और दूसरे कम उम्र के अध्यक्ष रहे हैं। (पत्नी के साथ करवाचौथ मनाते हुए अनुराग ठाकुर की एक तस्वीर)
ठाकुर ने सेना में अपनी सेवा का योगदान दिया है। जुलाई 2016 में क्षेत्रीय सेना का हिस्सा बने। क्षेत्रीय सेना में नियमित रूप से कमीशन अधिकारी बनने के लिए संसद के पहले सदस्य हैं। सेना प्रमुख जनरल सुहाग ने टेरीटोरियल आर्मी में शामिल किया। सेना में लेफ्टिनेंट भी रहे। (सेना में शामिल होते हुए ठाकुर की एक पुरानी तस्वीर)