2021 से Bitcoin में SIP के जरिए कर सकेंगे निवेश, 2020 में मिला 218 फीसदी का रिटर्न
बिजनेस डेस्क। बिटकॉइन (Bitcoin) जैसी क्रिप्टोकरंसी (Cripto Currency) के प्रति लोगों का आकर्षण तेजी से बढ़ता जा रहा है। बता दें कि पिछले 4 वर्षों के दौरान क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने वालों को 5759 फीसदी का तगड़ा रिटर्न मिला है। साल 2020 में बिटकॉइन में निवेश पर 218 फीसदी का रिटर्न मिला है। बता दें कि 1 जनवरी, 2016 को 1 बिटकॉइन का भाव 28,820 रुपए था, जो अब बढ़ कर 16,80,817 रुपए पर पहुंच गया है। 3 जनवरी, 2020 को 1 बिटकॉइन का भाव 5,27,263 रुपए था। जाहिर है, भाव में इतनी तेजी को देखते हुए निवेशकों का झुकाव अब इसकी तरफ काफी बढ़ा है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट क्रिप्टोकरंसी के कारोबार को स्वीकृति दे चुका है। जानें इसके बारे में विस्तार से।
(फाइल फोटो)
देश के सबसे पुराने और सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले बिटकॉइन और क्रिप्टो एसेट एक्सचेंज Zebpay के मुताबिक, इस साल 2020 में उसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में हर तिमाही 270 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। साथ ही, ट्रेडिंग यूजर्स की संख्या में भी 218 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इसके अलावा ऐप डाउनलोड में 143 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई। (फाइल फोटो)
जेबपे (Zebpay) का मानना है कि साल 2021 में क्रिप्टोकरंसी में काफी ग्रोथ देखने को मिल सकता है। जेबपे अगले साल से नई सर्विसेस शुरू करने की योजना बना रहा है। इसके तहत निवेशक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी में निवेश कर सकेंगे। (फाइल फोटो)
जेबपे (Zebpay) की योजना 2021 में 3 नई सर्विसेस को लॉन्च करने की है। इसके तहत एक नया ऐप बिटकॉइन लॉन्च किया जाएगा। इसके जरिए यूजर्स को सिर्फ एक क्लिक के जरिए लाखों निवेशकों को बिटकॉइन में निवेश करने की सुविधा मिलेगी। जेबपे की योजना अगले साल जेब्रा टोकन (Zebra Token) लॉन्च करने की है। इसके जरिए निवेशक क्रिप्टोकरंसी के एक बड़े बाजार में कदम रख सकते हैं। (फाइल फोटो)
जेबपे (Zebpay) अगले साल से एसआईपी (SIP), पैसिव इनकम (Passive Income) और अपनी क्रिप्टो होल्डिंग Crypto Holding) के आधार पर क्रिप्टो कर्ज के तौर पर लेने जैसी वित्तीय सेवाएं भी शुरू करने जा रहा है। इसके अलावा, उसकी क्रिप्टोकरंसी में निवेश की सुविधा देने की दूसरी योजनाएं भी हैं। (फाइल फोटो)
दुनिया भर में बिटकॉइन को लेकर क्रेज बढ़ता जा रहा है। भारत से भी इसमें निवेश हो रहा है, हालांकि दुनिया भर में मौजूद बिटकॉइन में से एक फीसदी से भी कम भारतीयों के पास है। जेबपे (Zebpay) का मानना है कि अगले साल में कई संस्थान इसे मान्यता देंगे, जिससे इसमें निवेश बढ़ाने में मदद मिलेगी। (फाइल फोटो)
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 6 अप्रैल 2018 को क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था। इसके मुताबिक केंद्रीय बैंक द्वारा विनियमित संस्थाओं पर क्रिप्टोकरेंसीज से जुड़ी कोई भी सेवा मुहैया करने पर रोक लगा दी गई थी। हालांकि, यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया और मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने रिजर्व बैंक द्वारा क्रिप्टोकरेंसीज पर लगाए गए प्रतिबंध को खारिज कर दिया। (फाइल फोटो)
बिटकॉइन (Bitcoin) को लेकर अभी भारत में कोई निर्धारित नियम नहीं हैं और इससे जुड़े रेग्युलेशन्स या गाइडलाइन्स नहीं बनाए गए हैं। इससे बिटकॉइन्स के लेन-देन में विवाद का निपटारा कानूनी तौर पर नहीं किया जा सकता है। इसलिए बिटकॉइन में निवेश करने का फैसला पूरी तरह निवेशकों के अपने रिस्क पर होता है। (फाइल फोटो)