जो होता है, पहली बार ही होता है
आदर्श कहते हैं कि मैंने सोचा जो भी होता है, पहली बार ही होता है। उनकी जानकारी में बाराबंकी में रहने वालों में से कोई इस तरह तैयारी करके सिविल सर्विस में गया हो, ऐसा अभ्यर्थी नहीं दिखा तो उन्होंने सोचा कि एक बार कोशिश करते हैं। यदि मेहनत करेंगे तो हो सकता है कि भाग्य मेरे साथ हो और मदद मिल जाए। उनका कहना है कि जो लोग दिल्ली जाकर तैयारी करते हैं तो उनके लिए एक चीज अच्छी होती है कि कई स्टूडेंट एक साथ तैयारी कर रहे होते हैं। वह लोग आपस में डिस्क्शन वगैरह भी कर लेते हैं। आस पास के छात्रों को देखकर ज्यादा डिस्ट्रैक्ट नहीं हुआ। जब मुख्य परीक्षा का परिणाम आया तो उसके बाद डिस्कशन शुरू किया। वरना यूपीएससी परीक्षा की पूरी जर्नी में अकेले ही तैयारी की।