विरोध के नाम पर आतंक का तांडव, ममता के बंगाल में पटरियां उखाड़ी, बस ट्रेनों को जलाकर किया खाक
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। यहा स्थानीय लोगों ने विरोध के जलते कई जगहों पर तोड़-फोड़ और उपद्रव मचाया। 25 से ज्यादा बसों को आग लगा दी गई। यात्रियों से भरी ट्रेनों पर पथराव किया गया, रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की गई, लूटपाट सहित 25 से ज्यादा बसों को फूंक दिया गया। शांति बहाल करने गए रेलवे और पुलिस अधिकारियों को मार-मार लहुलुहान करने वाली इस भीड़ ने राज्य में कई स्थानों पर आक्रामक रूप ले लिया। आइए जानते हैं राज्य में किन-किन जगहों पर हुआ हिसंक प्रदर्शन..............
Asianet News Hindi | Published : Dec 16, 2019 10:56 AM IST / Updated: Dec 16 2019, 04:37 PM IST
मुर्शिदाबाद में 4000 से ज्यादा आंदोलनकारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। इन्होंने बेलदांगा रेलवे स्टेशन पर हमला किया, तोड़फोड़ की गई और 25 से ज्यादा बसों को आग लगा दी गई। गई।
शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद रिपेयरिंग के आए पूर्वी रेलवे वैन के तीन डिब्बों में को भी आग के हवाले कर दिया गया।
कृष्णापुर में प्रदर्शनकारियों ने सियालदह-लालगोला खंड में रेलवे स्टेशन पर हमला किया और टिकट काउंटर और स्टेशन प्रबंधक के कमरे को जला दिया। उन्होंने दो खाली लोकल ट्रेनों के तीन डिब्बों को भी जला दिया।
आक्रोशित आंदोलनकारियों ने शनिवार की सुबह निमितीता स्टेशन पर हमला किया और स्टेशन प्रबंधक और टिकट काउंटर के कार्यालय में आग लगा दी।
भीड़ ने पटरियों पर तोड़फोड़ की और शनिवार को अजीमगंज-मालदा मार्ग पर किसी भी ट्रेन को रुकने नहीं दिया गया। आंदोलनकारियों ने पास के हॉल्ट स्टेशन, पोराडांगा और बसुदेबपुर में भी दो हमले किए गए।
सुती में तीन बसों में तोड़फोड़ की गई और उनमें से दो को सजुर के पास NH12 पर नाकाबंदी के बाद आग लगा दी गई।
बेलडांगा के पास सरगाची में रेलवे स्टेशन को आग लगी दी गई। प्रदर्शनकारियों ने समशेरगंज पुलिस स्टेशन पर हमला किया और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया।
इस्लामपुर में तृणमूल संचालित रानीनगर पंचायत समिति के प्रमुख अमीनुल हसन के घर पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी।
हावड़ा में तीन जगहों पर आंदोलनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। पहले कोना एक्सप्रेसवे को सलाप क्षेत्र मेंहावड़ा में तीन जगहों पर आंदोलनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। पहले कोना एक्सप्रेसवे को सलाप क्षेत्र में रोक दिया गया। गरपा में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। रोक दिया गया। गरपा में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई।
पुलिस ने झड़प के बाद भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की, कई बसों में आग लगा दी गई। हालांकि प्रशासन ने कहा कि पांच बसों को जला दिया गया था। आगजनी से पहले यात्रियों को बसों से उतरने के लिए कहा गया था।
कोना एक्सप्रेसवे पर भीड़ ने दो ट्रकों में आग लगा दी। संकरैल में आंदोलनकारियों ने तीन रेलवे स्टेशन ध्वस्त कर डाले और एक टिकट काउंटर को भी प्रताड़ित किया।
बीरभूम में 5,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने 10.20 बजे से तीन घंटे के लिए मुरारी रेलवे स्टेशन के पास पटरियों को अवरुद्ध कर दिया। रामपुरहाट-मालदा सेक्शन में न्यू जलपाईगुड़ी-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस और बंगलौर-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें घंटों देरी से चलीं।
पूर्वी रेलवे के बारासात-हसनाबाद क्षेत्र में सुबह 6 बजे से ट्रेन सेवाओं को बाधित कर दिया गया क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने सोडालिया-लेबुतला स्टेशन पर नाकाबंदी कर दी। उन्होंने गाड़ियों और स्टेशन कार्यालय पर भी पथराव किया।
कांकड़ा, मिर्जानगर और चन्नपुकुर स्टेशनों पर नाकेबंदी की गई। एनएच 12 पर करीब दो घंटे तक यातायात बाधित रहा जब प्रदर्शनकारियों ने अमदांगा के पास सड़क को अवरुद्ध कर दिया।
आंदोलनकारियों ने टायर जलाए, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के पुतलों को आग लगा दी और नाकाबंदी हटाने के लिए पुलिस के पीछे दौड़ पड़े।
प्रदर्शनकारियों ने बशीरहाट में घोझडंगा के पास पुरानी सतखिरा सड़क को भी रोक दिया। जाम में करीब लगभग 500 ट्रक पांच घंटे तक सड़क पर फंसे रहे। हरिश्चंद्रपुर रेलवे स्टेशन पर नाबालिग बच्चों समेच सैकड़ों युवाओं ने अचानक प्लेटफार्मों पर कुर्सियों को तोड़ना शुरू कर दिया।
हरिश्चंद्रपुर रेलवे स्टेशन पर नाबालिग बच्चों समेच सैकड़ों युवाओं ने अचानक प्लेटफार्मों पर कुर्सियों को तोड़ना शुरू कर दिया।
भीड़ ने रेलवे टिकट बुकिंग काउंटर को निशाना बनाया। कंप्यूटर के काउंटर पर पत्थर फेंके गए और कीबोर्ड और तारों को तोड़ दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने मालदा-कटिहार पैसेंजर को भी रोका और यात्रियों को धमकाया। (सभी तस्वीरें पश्चिम बंगाल में अलग-अलग जगह हुए विरोध प्रदर्शनों की हैं)