नई दिल्ली/देहरादून(New Delhi/Dehradun).दरार प्रभावित जोशीमठ(subsidence-hit Joshimath) में दो 'असुरक्षित' होटलों को गिराने की प्रक्रिया 12 जनवरी से शुरू हो गई। बता दें कि 2 जनवरी को सबसे पहले यहां दरारें देखी गई थीं। ये लगातार फैलती गईं। हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि अब नई दरारे नहीं दिखाई दीं। यानी खतरा मानों टल गया है। इस बीच पहाड़ों पर बर्फबारी और जोशीमठ में बारिश ने खतरा और बढ़ा दिया है। इधर, सरकार की ओर से गठित समिति की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि अलकनंदा नदी की तरफ से जोशीमठ की धरती पर हो रहे कंस्ट्रक्शन के चलते भू-कटाव पैदा हुआ है। जोशीमठ को लेकर 4 रिसर्च हुए हैं। इनमें ये सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। अब इस दिशा में ट्रीटमेंट प्लान तैयार हो रहा है। पढ़िए पूरी डिटेल्स...