झारखंड में हर बार हुई है पूर्व मुख्यमंत्री की हार, क्या इस बार रघुवर दास बदल पाएंगे इतिहास
रांची. झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के परिणाम आने लगे हैं। कांग्रेस प्लस बहुमत के आकड़े के पार पहुंच गई है। वहीं भाजपा को 2014 की तुलना में सीटों का घाटा होता दिख रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास बढ़त लिए हुए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वह झारखंड के उस इतिहास को बदल पाएंगे, जिसमें हर बार चुनाव में पूर्व सीएम की हार हुई है। झारखंड में अब तक रघुवर दास सहित 6 मुख्यमंत्री बन चुके हैं। प्रदेश में अब तक 4 बार 2005, 2009, 2014 और 2019 में विधानसभा चुनाव हुए हैं। रघुवर दास से पहले बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा, हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
Asianet News Hindi | Published : Dec 23, 2019 5:45 AM IST / Updated: Feb 05 2022, 03:25 PM IST
2019 में पड़े 65.23% वोट - 81 सीटों वाले राज्य में पांच चरणों में मतदान हुआ है। कुल 1216 प्रत्याशी मैदान में हैं। 25 से ज्यादा वीवीआईपी सीटें हैं। आखिरी चरण के लिए 20 दिसंबर को मतदान हुए थे। पांच चरणों में कुल 65.23% वोटिंग हुई।
मोदी ने की 9 रैलियां- पीएम मोदी ने विधानसभा चुनाव के दौरान 9 रैलियां कर 33 विधानसभा सीटों को कवर किया। गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव के दौरान 9 रैलियां की। इसके जरिए 27 सीटों पर चुनाव प्रचार किया। राहुल गांधी ने 5 रैलियां की और 21 विधानसभा सीटों को कवर किया। प्रियंका गांधी ने सिर्फ 1 रैली की और 3 विधानसभा सीटों को कवर किया।
2014 में 66.6% वोट पड़े- झारखंड में साल 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा को 31.8% वोट मिले। इसके बाद हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा को 20.8%(19), बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम-पी को 10.2%(8) वोट मिले। सुदेश कुमार महतो को ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (AJSU)(आजसू) को 3.7 %(5) वोट मिले।