जामिया का शांतिपूर्ण प्रदर्शन 17 घंटों में कैसे हुआ हिंसक, देखिए जलती बसों, पत्थरबाजी की पूरी कहानी
नई दिल्ली. जामिया नगर इलाके में रविवार को हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। आरोप है कि हॉस्टल और लाइब्रेरी में घुसकर पुलिस ने छात्र-छात्राओं पर लाठियां बरसाईं। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां जीफ जस्टिस ने कहा कि पहले हिंसा बंद करें फिर सुनवाई होगी। दूसरी तरफ लखनऊ के नदवा कॉलेज में भी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। भारी संख्या में छात्र-छात्राएं कॉलेज कैंपस में पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। कुछ देर में पुलिसबल को भी तैनात किया गया।
Asianet News Hindi | Published : Dec 16, 2019 6:43 AM IST / Updated: Dec 16 2019, 12:20 PM IST
देश के दूसरे कॉलेज में विरोध प्रदर्शन : जामिया में विरोध प्रदर्शन की आग पूरे देश के कॉलेज में फैल गई है। मुंबई के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस के छात्र भी आज सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने परीक्षा को बायकॉट करने का ऐलान किया है। वहीं यूपी के लखनऊ में नदवा कॉलेज में सोमवार को छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। कॉलेज कैंपस में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात हैं। वहीं छात्र भी डटे हुए हैं।
जामिया हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ? : जामिया हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। जीफ जस्टिस बोबड़े ने कहा कि हम किसी को भी आरोपी नहीं बता रहे हैं। लेकिन हिंसा रुकनी चाहिए। छात्र होने के नाते हिंसा का अधिकार नहीं मिल जाता है। अगर हिंसा नहीं रुकी तो मामले की सुनवाई नहीं करेंगे।
हिंसा मामले में दो केस दर्ज : जामिया हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने दो केस दर्ज किए हैं। पहला केस न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस स्टेशन में दर्ज है, जहां आगजनी, दंगा फैलाने, सरकारी संपत्ति को नुकसान और सरकारी काम में बांधा पहुंचाने का आरोप लगा है। दूसरा केस जामिया नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज है, जहां दंगा फैलान, पथराव और सरकारी काम में बांधा पहुंचाने का केस दर्ज है।
पुलिस के खिलाफ भी शिकायत : जामिया छात्रों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठे हैं। जामिया के छात्रों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
यूपी के 6 जिलों में धारा 144 लागू : एएमयू के छात्र जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस और छात्रों के बीच हिंसक झड़प का विरोध कर रहे थे। इसके बाद यहां स्थिति बिगड़ गई। पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। अलीगढ़ में रात 10 बजे तक इंटरनेट पर रोक लगाई गई है। वहीं, यूपी के मेरठ, बुलंदशहर, कासगंज, बागपथ, सहारनपुर और बरेली में धारा 144 लागू की गई है।