संगरूर, पंजाब. लोगों ने पढ़ाई को जैसे हौवा बनाकर रख दिया है। एग्जाम में 90% के ऊपर तक मॉर्क्स लाने वाले बच्चों का आत्मविश्वास अकसर जवाब दे जाता है। उन्हें समझ नहीं आता कि भविष्य में वे क्या करेंगे? लेकिन सारा खेल एकाग्रचित्तता और हार न मानकर लगातार कोशिशें करते रहने का है। पढ़ाई में साधारण रहे..कई एग्जाम में फेल हुए..फिर भी हार नहीं मानने वाले ये युवा हैं संगरूरू के एएसपी आदित्य। ये उन लोगों के लिए प्रेरणा हैं, जो जरा-सी असफलता से टूटकर निराश हो जाते हैं। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले आदित्य उन लोगों में से हैं, जो हर हार के बाद और मजबूत होते गए। जो युवा यह समझते हैं कि अंग्रेजी के बिना भविष्य कुछ भी नहीं, उन्हें आदित्य से सीख लेनी चाहिए। इनकी अंग्रेजी कमजोर थी। लेकिन इन्होंने हिंदी भाषा के जरिये यूपीएससी क्लियर किया और IPS बने। लेकिन इससे पहले कई असफलताओं का स्वाद चखा। बैंक, टीचर, इंजीनियर और राजस्थान प्रशासनिक सेवा आदि की करीब 30 परीक्षाओं में इन्होंने अपना टैलेंट आजमाया। लेकिन हर बार फेल हुए। यूपीएससी में भी 3 बार कोई चांस नहीं लगा। लेकिन चौथी बार सफल होकर माने।