मुक्तसर, पंजाब. लॉकडाउन में शादी करना मतलब नये जीवन की शुरुआत संघर्षों के साथ करना। इस दूल्हा-दुल्हन को भी 7 फेरे के लिए करीब 8 घंटे प्रशासनिक अनुमति के लिए संघर्ष करना पड़ा। दूल्हा गुरुवार को पंजाब के मुक्तसर के मलोट से बारात लेकर राजस्थान के श्रीगंगानगर के लिए निकला था। लेकिन बॉर्डर पर बारात रोक ली गई। दरअसल, दूल्हे के पास सिर्फ पंजाब की अनुमति थी। लेकिन राजस्थान बॉर्डर से उसे आगे नहीं जाने दिया। इससे पहले गुरुवार सुबह प्रशासन ने बॉर्डर सील होने का हवाला देकर यह अनुमति भी कैंसल कर दी थी। बारात बॉर्डर पर खड़ी थी और दुल्हन घर पर परेशान। इस बीच दुल्हन खुद कलेक्ट्रेट पहुंची, तब कहीं जाकर बारात को बॉर्डर पार करने की अनुमति मिली।