काबुल. 20 साल तक Afghanistan में Taliban से लड़ाई लड़ चुका अमेरिका आखिरकार हथियार डालकर घर लौट गया। इससे पहले रूस को पंजशीर से खाली हाथ लौटना पड़ा था। हैरानी की बात ये है कि तालिबान और मुजाहिदीन इन्हीं देशों के बनाए हथियारों से एक-दूसरे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। तालिबान के लिए अमेरिकी हथियार मानों जंग जीतने की उम्मीदें हैं, वहीं रूस निर्मित हथियार (Weapons) मुजाहिद्दीन में लोकप्रिय हैं। बता दें कि 15 अगस्त, 2021 को तालिबान ने काबुल स्थित राष्ट्रपति पैलेस पर अपना झंडा फहराकर जीत का ऐलान कर दिया था। हालांकि पंजशीर प्रांत पूरी तरह अभी भी उसके कब्जे में नहीं आया है। यहां तालिबान और नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स(NRF) के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है।