इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ इस्लामाबाद में शुक्रवार से लाखों की संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हुए हैं। इस विरोध प्रदर्शन का नाम 'आजादी मार्च' दिया गया, इसका नेतृत्व दक्षिणपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी इमरान खान का इस्तीफा मांग रहे हैं।
लाखों की संख्या में ये प्रदर्शनकारी अनिश्चित समय के लिए इकट्ठा हुए हैं। ऐसे में लोग अपने साथ खाना, खाना बनाने के लिए बर्तन, सोने के लिए बिस्तर यहां तक की मोबाइल चार्ज करने के लिए सोलर लाइट तक लेकर आए हैं।
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प्रदर्शनकारी सोलर और अन्य उपकरणों के साथ आएं हैं, जिससे उनका धरना जारी रह सके बिना सरकार की मदद से। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल के समर्थक, जिनमें ज्यादातर बाहर से आए हैं, अपने साथ मोबाइल चार्ज करने के लिए सोलर पैनल, रात के लिए इमरजेंसी लाइट भी लेकर आए हैं।
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कई लोग खैबर पख्तूनख्वा से 10-10 के ग्रुप में आए हैं। इन लोगों के पास पर्याप्त उपकरण हैं, जिससे ये यहां तीन से सात दिन तक यहां रुक सकें। हर ग्रुप के पास अपना सोलर पैनल है, जिसके पास नहीं है, वह दूसरे से ले सकता है। इसके अलावा इन सोलर से अन्य प्रदर्शनकारियों के भी मोबाइल फ्री में चार्ज किए जा रहे हैं।
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प्रदर्शनकारी इमरान पर अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन, अक्षमता और कुप्रशासन का आरोप लगा रहे हैं। साथ ही जुलाई में हुए आम चुनाव में भी धांधली का आरोप लगाया गया है।
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फजलुर रहमान ने 27 अक्टूबर को अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के साथ दक्षिणी सिंध प्रांत से आजादी मार्च की शुरुआत की है। प्रदर्शनकारी खान पर 2018 के आम चुनावों में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
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