अमेरिका के परमाणु हथियार ठिकानों तक पहुंचा कोरोना, दुनिया के लिए बन सकता है बड़ा खतरा
वॉशिंगटन. कोरोना वायरस का कहर दुनिया के 200 से ज्यादा देशों पर है। अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 16 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा संक्रमित अमेरिका है। मौत और केसों के आंकड़े सबसे ज्यादा हैं। विश्व शक्ति कहा जाने वाला अमेरिका कोरोना के सामने बेबस नजर आ रहा है। ऐसे में अमेरिका के लिए एक बड़ी मुसीबत पैदा हो गई है। यह दुनियाभर के लिए भी खतरा बन सकता है।
अमेरिका की न्यूज वीक पत्रिका के मुताबिक, अमेरिका के 41 राज्यों में 150 सैन्य ठिकानों तक कोरोना का संक्रमण पहुंच गया है। इतना ही नहीं परमाणु ऊर्जा से चलने वाले 4 विमानवाहक पोत भी कोरोना की चपेट में हैं।
हाल ही में अमेरिका के यूएस थियोडोर रुजवेल्ट के 4 हजार सैनिकों को गुआम लाया गया। यहां इनकी जांच हुई तो पता चला कि कई नौसैनिक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
अब तक 3 हजार सैनिक संक्रमित मिले: अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन के मुताबिक, 3 हजार सैनिक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसे देखते हुए अमेरिका में गैर जरूरी सैन्य गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। साथ ही सैनिकों की भर्ती भी बंद है। अमेरिका में कोरोना से सबसे ज्यादा संक्रमित नौसेना, फिर थल सेना और फिर वायुसेना है।
सैन्य ठिकाने भी नहीं है सुरक्षित: अमेरिका में सैन डियागो, नोरफॉक, वर्जिनिया और जैक्शनविले, फ्लोरिडा और टेक्सास के नेवी स्टेशन सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित हैं। वहीं, एयरफोर्स के ठिकानों पर भी सैनिकों का इलाज किया जा रहा है।
परमाणु ठिकानों तक पहुंचा कोरोना: दुनियाभर के हथियारों पर नजर रखने वाली संस्था सिप्री के वैज्ञानिक हैन्स क्रिस्टेंशन के मुताबिक, कोरोना वायरस अमेरिका के ज्यादातर परमाणु हथियार ठिकानों तक पहुंच गया है। यह काफी खतरनाक माना जा रहा है।
अमेरिका के पास कितने परमाणु बम: अमेरिका के पास करीब 3800 परमाणु हथियार हैं। अमेरिका इनसे पूरी दुनिया को कई बार तबाह कर सकती है। सिप्री के मुताबिक, अमेरिका ने 1750 परमाणु बमों को विमान और मिसाइलों पर तैनात कर रखा है। इसके अलावा 150 परमाणु बम यूरोप में तैनात कर रखे हैं। ताकि रूस पर नजर बनी रहे।