तालिबान के खिलाफ अमेरिका का युद्ध
11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हुए हमलों के बाद तालिबान के खिलाफ युद्ध शुरू हुआ, जिसमें लगभग 3,000 लोग मारे गए थे। इसके बाद तालिबान कुछ देर के लिए शांत हो गया। लेकिन उसने अमेरिका और अफगान सेना के खिलाफ 20 साल तक गुरिल्ला युद्ध लड़ा। तालिबान को बड़ी सफलता अमेरिका द्वारा हाल के महीनों में अपनी सेना वापस बुलाने के बाद मिली है। तालिबान के संस्थापक और नेता मुल्ला मोहम्मद उमर था, जो अमेरिकी हमले के बाद से कहीं छिप गया था। उनका ठिकाना इतना गुप्त था कि 2013 में उनकी मौत की पुष्टि उनके बेटे ने दो साल बाद की। तालिबान का नेतृत्व अभी उसके सर्वोच्च नेता, हिबतुल्लाह अखुंदजादा नाम का एक व्यक्ति कर रहा है।