दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते चले जा रहे हैं। भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 200 से ज्यादा हो चुके हैं। इसे लेकर लोगों में काफी डर फैल गया है। कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर फ्लू जैसे लक्षण उभरते हैं। कई बार लोग फ्लू को भी कोरोना वायरस का संक्रमण मान लेते हैं।
हेल्थ डेस्क। दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते चले जा रहे हैं। भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 200 से ज्यादा हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे बचाव के लिए रविवार को जनता कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों में काफी डर फैल गया है। कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर फ्लू जैसे लक्षण उभरते हैं। कई बार लोग फ्लू को भी कोरोना वायरस का संक्रमण मान लेते हैं। इससे मामूली सर्दी-जुकाम या बुखार से भी लोगों में कोरोना हो जाने का डर पैदा हो जाता है। फ्लू एक सामान्य बीमारी है, जबकि कोरोना का संक्रमण बेहद घातक होता है। इन दोनों के लक्षणों में समानता तो है, लेकिन इनके बीच जो फर्क है, उसे जानना जरूरी है।
1. कोरोना है संक्रामक
कोरोना जहां संक्रामक बीमारी है और एक-दूसरे के संपर्क में आने से फैलती है, वहीं फ्लू का संक्रमण संपर्क में आने से नहीं होता। कोरोना का फैलाव बहुत तेजी से होता है, लेकिन फ्लू तेजी से नहीं फैल सकता। इसलिए सामान्य फ्लू होने पर उसे कोरोना समझ कर डरने की जरूरत नहीं है। जरूरत इस बात की है कि अगर कोरोना होने की आशंका हो तो इसकी जांच कराएं।
2. फ्लू से मौत की संभावना कम
फ्लू होने पर इससे मौत होने की संभावना अब शायद ही रह गई है। आंकड़ों के मुताबिक, एक हजार फ्लू के मरीजों में एक की मौत हो सकती है, लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले में 100 मरीजों में ही एक से ज्यादा की मौत संभव है।
3. लक्षणों में प्रमुख अंतर
खांसी, बुखार, गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत, सिरदर्द, बदन में दर्द, छींक, थकावट जैसे लक्षण कोरोना और फ्लू, दोनों में कमोबेश देखने को मिलते हैं। लेकिन कोरोना में जुकाम, शरीर में दर्द और सिरदर्द ज्यादा नहीं होता। कोरोना में सांस लेने में तकलीफ ज्यादा होती है, लेकिन फ्लू में ऐसी कोई समस्या नहीं होती।
4. फ्लू होता है अचानक
फ्लू अचानक होता है और मरीज की परेशानी बहुत जल्दी बढ़ जाती है, लेकिन कोरोना के लक्षणों के सामने आने में समय लग जाता है। फ्लू को ठीक करने के लिए कई तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण को दूर करने की कोई दवाई अभी सामने नहीं आ पाई है।
5. कोरोना से इम्युनिटी नहीं
ज्यादातर लोग ऐसी दवाइयां ले चुके हैं, जिनसे फ्लू से इम्युनिटी विकसित हो चुकी है, यानी उनमें इस बीमारी से लड़ने की क्षमता विकसित हो गई है। लेकिन कोरोना वायरस का कोई टीका सामने नहीं आने से अभी शरीर इसके संक्रमण से बचाव नहीं कर सकता। इसलिए सिर्फ सावधानी बरत कर ही इससे बचा जा सकता है। कोरोना का इलाज अभी लक्षणों के आधार पर ही किया जा रहा है।