World Day of the Sick 2022: हर साल 11 फरवरी को बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना करने के लिए बीमारों का विश्व दिवस मनाया जाता है।
हेल्थ डेस्क : पूरी दुनिया में करोड़ों- अरबों लोग है, जो किसी ना किसी बीमारी से परेशान रहते हैं। उन्हीं लोगों के लिए प्रार्थना करने के लिए हर साल बीमारों का विश्व दिवस (World Day of the Sick) मनाया जाता है। इस बार 30 वां विश्व बीमार दिवस 11 फरवरी को मनाया जा रहा है। इसकी शुरूआत 1992 में पोप जॉन पॉल द्वितीय (Pope John Paul II) ने की थी। आइए आज आपको बताते हैं, इस दिन के इतिहास, खासियत और महत्व के बारे में...
इस साल बीमारों का विश्व दिवस की थीम
इस साल बीमारों का विश्व दिवस की थीम "दयालु बनो, क्योंकि तुम्हारे पिता दयालु हैं"। इस दिन, संत पापा फ्रांसिस हमें याद दिलाते हैं कि "बीमारों के लिए पिता के दयालु प्रेम का सर्वोच्च गवाह उनका इकलौता पुत्र है"।
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बीमारों का विश्व दिवस का इतिहास
पोप जॉन पॉल II को 1991 की शुरुआत में पार्किंसंस रोग का पता चला था और 2001 में इस बीमारी की पुष्टि हुई थी। ऐसा माना जाता है कि बीमारी के निदान के एक साल बाद 1992 में उन्होंने बीमारों का विश्व दिवस मनाने का फैसला किया। उन्होंने इसका दिन चुनने के लिए अवर लेडी ऑफ लूर्डेस के स्मारक को चुना। जिनकी याद में ये दिन मनाया जाता है। 2005 में विश्व बीमार दिवस का विशेष महत्व था, क्योंकि बीमार पोप की बाद में इसी साल 2 अप्रैल को मृत्यु हो गई थी। जब वह मरे थे, तो उनके लिए प्रार्थना करने के लिए रोम में सेंट पीटर स्क्वायर में कई लोग एकत्र हुए थे।
बीमारों के विश्व दिवस का महत्व
दुनिया भर में लोग इस दिन बीमारों और उनके देखभाल करने वालों के लिए प्रार्थना करने के लिए समय निकालते हैं। विभिन्न संगठन इस दिन को मुख्य रूप से बीमारों को दवाएं, खाना और जरूरी समान वितरित करते हैं।
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