क्या नाइट शिफ्ट में काम करने वालों को हार्ट रोगों का खतरा ज़्यादा होता है?

खराब नींद और रात की पाली में काम करने से कोरोनरी धमनी रोग, उच्च रक्तचाप और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। जानें कैसे आप अपने दिल की रक्षा कर सकते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में होने वाली मौतों का एक प्रमुख कारण हृदय रोग है। कई कारक हृदय रोग के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। हृदय रोग हृदय और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने वाली स्थितियां हैं।

 एजिंग जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि खराब नींद की गुणवत्ता कोरोनरी धमनी रोग के बढ़ते जोखिम से जुड़ी है। शोधकर्ताओं का कहना है कि खराब नींद की गुणवत्ता कोरोनरी धमनी रोग, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं और स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती है। इसके अलावा, अध्ययन में पाया गया कि इन व्यक्तियों में उच्च रक्तचाप, लेफ्ट वेंट्रिकुलर हाइपरट्रॉफी, कोरोनरी धमनी रोग और रोधगलन जैसी स्वास्थ्य समस्याएं अधिक पाई जाती हैं।

Latest Videos

रात की पाली में काम करने से भूख भी बढ़ सकती है। इससे व्यक्ति में मोटापा और मधुमेह जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं, जिससे जोखिम और बढ़ जाता है. देर रात खाना या काम पर अस्वास्थ्यकर भोजन करने से शरीर की कार्बोहाइड्रेट को पचाने की क्षमता बाधित हो सकती है। इससे मधुमेह और अन्य हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है।

यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि रात की पाली में काम करने वाली महिलाओं में आलिंद फिब्रिलेशन विकसित होने का खतरा अधिक होता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, हर हफ्ते 150 मिनट व्यायाम करने से हृदय रोग का खतरा कम होता है.

Share this article
click me!

Latest Videos

महाराष्ट्र में ऐतिहासिक जीत के बाद BJP कार्यालय पहुंचे PM Modi । Maharashtra Election Result
'चुनाव में उस वक्त ही हार गई थी भाजपा जब...' फिर चर्चा में आई यूपी उपचुनाव की एक घटना #Shorts
'भविष्य बर्बाद न करो बेटा' सड़क पर उतरे SP, खुद संभाला मोर्चा #Shorts #Sambhal
महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक जीत के साथ महा विकास अघाड़ी को लगा है एक और जबरदस्त झटका
Sambhal Jama Masjid: संभल में क्या है जामा मस्जिद सर्वे से जुड़ा विवाद? 10 प्वाइंट में समझें सबकुछ