सड़क हादसों के घायलों को राहत: अब कैशलेस इलाज की सुविधा, गडकरी का बड़ा ऐलान

Published : Jan 08, 2025, 06:05 PM IST
सड़क हादसों के घायलों को राहत: अब कैशलेस इलाज की सुविधा, गडकरी का बड़ा ऐलान

सार

गडकरी जी ने बताया कि हादसे के 24 घंटे के अंदर पुलिस को सूचना देने पर, ये योजना पीड़ितों के 7 दिन के इलाज का खर्च या ज़्यादा से ज़्यादा 1.5 लाख रुपये तक कवर करेगी।

हेल्थ डेस्क: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 7 जनवरी को सड़क हादसों के शिकार लोगों के लिए कैशलेस इलाज की एक नई योजना का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि हादसे के 24 घंटे के अंदर पुलिस को सूचना देने पर, ये योजना तुरंत पीड़ितों के 7 दिन के इलाज का खर्च या ज़्यादा से ज़्यादा 1.5 लाख रुपये तक कवर करेगी। हिट एंड रन केस में मौत होने पर मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवज़ा मिलेगा। गडकरी जी ने भारत मंडपम, नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने कुछ राज्यों में इस कैशलेस योजना का ट्रायल किया था। हमने योजना में कुछ कमज़ोरियाँ देखीं। हम उन्हें सुधार रहे हैं और ये ज़रूर फायदेमंद होगी।”

गडकरी कई राज्यों के परिवहन मंत्रियों से मुलाकात के बाद बोल रहे थे। उन्होंने बताया, “हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता सड़क सुरक्षा थी। 2024 में 1.8 लाख लोग सड़क हादसों में मारे गए। इनमें से 30,000 लोगों की मौत हेलमेट न पहनने की वजह से हुई। एक और गंभीर बात ये है कि हादसों में मरने वालों में 66% लोग 18-34 साल के थे। स्कूलों और कॉलेजों में खराब एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स की वजह से 10,000 बच्चों की जान गई है।”

पुरानी गाड़ियों को हटाया जाएगा

“बिना ड्राइविंग लाइसेंस वालों की वजह से हुए हादसों में करीब 3,000 मौतें हुई हैं। हमारी मीटिंग का एक मुख्य मुद्दा ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर भी थे। हमारे देश में 22 लाख ड्राइवरों की कमी है। इसके लिए हमने एक नई नीति भी बनाई है।”गडकरी ने पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप करने पर भी बात की। उन्होंने कहा, “स्क्रैपिंग से हमारा ऑटोमोबाइल सेक्टर बहुत आगे बढ़ेगा। क्योंकि एल्युमीनियम, तांबा, स्टील और प्लास्टिक को रीसायकल किया जाएगा।”

और पढ़ें:HMPV Virus: कौन-कौन से लोग इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं, जानना है जरूरी

जापान को हमने छोड़ा पीछे

“मारुति सुजुकी का स्क्रैपिंग सेंटर इनमें से कुछ पार्ट्स जापान भेज रहा है। टायर के पाउडर को बिटुमेन में मिलाया जा रहा है। इसलिए ये एक सर्कुलर इकोनॉमी होगी। स्क्रैपिंग नीति से देश में रोज़गार बढ़ेंगे। केंद्र और राज्य सरकारों को कुल मिलाकर 18,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त GST मिलेगा। भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग करीब चार महीने पहले दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उद्योग बन गया है। इस मामले में उसने जापान को पीछे छोड़ दिया है। 2014 में जब हमारी सरकार आई थी, तब हमारे ऑटोमोबाइल उद्योग का आकार 7 लाख करोड़ रुपये था। आज ये बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है।”

PREV

Recommended Stories

Diabetes Diet: डाबिटीज रहेगा सौ प्रतिशत कंट्रोल में, बस खाने की इन आदतों में करें बदलाव
Carrort Juice: सेहत को मिलेगा तगड़ा फायदा, जब हर सुबह गाजर के जूस में मिलाकर पिएंगे ये चीजें