मोबाइल के ज़्यादा इस्तेमाल से हो सकती है ये खतरनाक बीमारी

Published : Sep 11, 2024, 01:49 PM IST

मोबाइल फ़ोन के बढ़ते इस्तेमाल से मिर्गी जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है, खासकर बच्चों में। विशेषज्ञों के अनुसार, मोबाइल रेडिएशन और स्क्रीन टाइम मिर्गी के दौरे बढ़ा सकते हैं।

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आज के डिजिटल युग में मोबाइल फ़ोन हमारी ज़िंदगी का एक अहम् हिस्सा बन गया है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों ने जहाँ एक तरफ हमारे कई काम आसान बना दिए हैं, वहीं दूसरी तरफ ये हमारे लिए खतरनाक भी साबित हो सकते हैं। बुज़ुर्गों से लेकर बच्चों तक, मनोरंजन के लिए मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल बढ़ गया है। कई लोग तो मोबाइल के आदी हो चुके हैं।

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लेकिन मोबाइल फ़ोन का ज़्यादा इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। अगर आपने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया, तो भविष्य में आपको इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

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मोबाइल फ़ोन से निकलने वाला रेडिएशन आपके स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। इस रेडिएशन की वजह से आपको कई बीमारियाँ हो सकती हैं। मोबाइल फ़ोन का ज़्यादा इस्तेमाल मिर्गी का ख़तरा भी बढ़ा सकता है।

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इस बारे में बताते हुए, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अलोक कुलश्रेष्ठ कहते हैं, "भारत में 1000 में से 6 लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। ख़ास तौर पर, बच्चे इस बीमारी के ज़्यादा शिकार हो रहे हैं। मोबाइल फ़ोन का ज़्यादा इस्तेमाल मिर्गी का ख़तरा बढ़ा देता है।"

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डॉ अलोक ने चेतावनी देते हुए कहा, "मोबाइल फ़ोन की स्क्रीन को देर तक देखने की वजह से कई लोगों को अनिद्रा की शिकायत होती है। अनिद्रा के मरीज़ों की संख्या में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। इलाज के बाद भी कई मरीज़ों को बार-बार मिर्गी के दौरे पड़ते हैं।"

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मिर्गी के इलाज के लिए कम से कम 3 साल तक लगातार दवा लेनी पड़ती है। इसके बाद ही इस बीमारी के ठीक होने की संभावना होती है। मिर्गी का मुख्य कारण तनाव है। ज़्यादातर 12 से 18 साल के बच्चों को ये बीमारी होती है।

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आमतौर पर मिर्गी की दवा कम से कम 3 साल तक लेनी पड़ती है। इसके अलावा, अगर मरीज़ को ज़्यादा दौरे पड़ते हैं, तो इलाज 5-6 साल तक चल सकता है। मिर्गी के इलाज के लिए टीके और स्प्रे भी उपलब्ध हैं। दूसरी बीमारियों की तरह, इस बीमारी के लिए भी आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और दवा लेनी चाहिए। डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा नियमित रूप से लेते रहना चाहिए। तभी दवा का असर होगा।

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