सार

डायबिटीज से न केवल शरीर के अंगों पर असर पड़ता है, बल्कि त्वचा में भी कई समस्याएं होती हैं। वर्ल्ड डायबिटीज डे 2024 पर जानें कैसे डायबिटीज त्वचा को प्रभावित करता है और क्या उपाय किए जा सकते हैं।

हेल्थ डेस्क: आईसीएमआर (ICRM) के मुताबिक भारत देश में डायबिटीज मरीजों की संख्या 2023 में 10.4 करोड़ के करीब थी। इस संख्या में टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज के लोग शामिल हैं। वहीं करीब 13.6 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज कंडीशन में हैं। मधुमेह शरीर के एक नहीं विभिन्न अंगों को नुकसान पहुंचाती है। शरीर के आंतरिक भागों या हार्मोन पर ही नहीं, डायबिटीज का असर त्वचा पर भी दिखाई पड़ता है। जिन लोगों को डायबिटीज होती है उनकी त्वचा में कई सारी समस्याएं दिखने लगते हैं। वर्ल्ड डायबिटीज डे 2024 (World Diabetes Day 2024) के मौके पर जानते हैं कि डायबिटीज के कारण किन स्किन कंडीशंस का सामना करना पड़ सकता है। 

त्वचा में स्पॉट या ब्राउन दाग

जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है उन्हें डायबीटीज डर्मोपेथी (Diabetic dermopathy) नाम की स्किन कंडीशन हो जाती है। कुछ लोग इसे स्पॉटेड लेग सिंड्रोम भी कहते हैं। इस कंडीशन के कारण व्यक्ति के पैरों में लाल या भूरे रंग के धब्बे बन जाते हैं।दाग- धब्बों के साथ दर्द या अन्य लक्षण महसूस नहीं होते हैं।अगर आपको डायबिटीज की समस्या है और पैरों में भूरे निशान दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को बताएं।

गर्दन के पास कालापन

डायबिटीज के कारण गर्दन के आस-पास काले रंग के पैच बनने लगते हैं जो दिखने में वेलवेट जैसे लगते हैं। प्री डायबिटिक लोगों में स्किन संबंधी यह लक्षण जरूर दिखते हैं। कुछ लोगों के आर्मपिट में भी कालापन आ जाता है। अगर आपकी गर्दन के आस-पास भी ऐसा कालापन है तो आप डॉक्टर से डायबिटीज का चेकअप करा सकते हैं।

स्केलेरेडेमा डायबिटिकोरम

मधुमेह से पीड़ित लोगों में एक स्किन कंडीशन डेवलप हो जाती है जिसे स्केलेरेडेमा डायबिटिकोरम कहते हैं। इस कारण से स्किन में सूजन दिखने लगती है। अगर किसी व्यक्ति में डायबिटीज कंट्रोल भी हो जाती है तो भी शरीर में फुलाव दिखता है। कंधे के साथ ही गर्दन और शरीर का बाकी हिस्सा भी अलग दिखने लगता है।

डायबिटिक अल्सर

डायबिटीज से पीड़ित लोगों में स्किन संबंधी एक बड़ी समस्या है डायबिटिक अल्सर। लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर के कारण सर्कुलेशन बिगड़ जाता है और नर्व डैमेज हो जाती हैं। साथ ही चोट लग जाने पर घाव को ठीक होने पर लंबा समय लगता है। अगर आपके साथ ऐसा होता है तो डॉक्टर से जांच कराएं और घाव पर रोजाना पट्टी करवाना न भूलें।

डायबिटीज के कारण गांठ पड़ना

यदि डायबिटीज को कंट्रोल में ना रखा जाए तो शरीर में गांठे पड़ने लगती हैं। शरीर के किसी भी हिस्से में ऐसा हो सकता है। लाल रंग की गांठों में दर्द भी होता है। जैसे ही व्यक्ति डायबिटीज को कंट्रोल करने लगता है, बंप अपने आप गायब हो जाते हैं। इस कंडीशन को ज़ैंथोमैटोसिस कहते हैं। 

डायबिटीज के कारण शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है  और शरीर में आसानी से इन्फेक्शन फैलता है। अगर आपको डायबिटीज की समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श लें और अपनी लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करें। अगर आपका डायबिटीज कंट्रोल रहता है तो ज्यादातर समस्याएं कम होने लगती हैं। 

Disclaimer: लेख में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। अगर आपको डायबिटीज संबंधी अधिक जानकारी चाहिए तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

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