
लगभग आधा साल 2023 बीच चुका है लेकिन आधा अभी बाकी है। इस साल के एंड के साथ-साथ कई बड़े हिन्दू त्यौहार आने वाले हैं। सभी त्योहारों की अपनी परंपरा होती है जिसे हर व्यक्ति धूमधाम से मनाता है। त्यौहार ही एक ऐसा पल है जो लोगों के बीच एकता बनाए रखने का प्रतीक है। सभी त्योहारों का अपना बड़ा महत्व होता है। यहां जानें जल्द आने वाले इस साल के 6 सबसे लोकप्रिय फेस्टिवल की लिस्ट।
रक्षाबंधन
हिन्दुओं का महत्वपूर्ण पर्व रक्षाबंधन इस लिस्ट में सबसे पहले आने वाला है। जो भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है। हिन्दू पचांग के अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा को भाई बहन का त्यौहार रक्षाबंधन प्रति वर्ष मनाया जाता हैं। इस दिन बहन अपने भाइयों को रक्षाधागा बंधती हैं और भाई अपनी बहनों को जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।
जन्माष्टमी
भारत में हर त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, हर साल भाद्रपद की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। जन्माष्टमी उन त्योहारों में से एक है जो हिंदू धर्म में खूब धूमधार से मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए कई भक्त व्रत करते हैं।
गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी के दिन लोग ढोल-नगाड़ों के साथ गणेश जी को अपने घर लाते हैं। दस दिनों तक चलने वाला ये उत्सव पूरे देश में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। बप्पा से हर कोई सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करता है और फिर धूमधाम से गणेश विसर्जन किया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन माता पार्वती के पुत्र गणेश जी का जन्म हुआ था। इसलिए भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन हर साल गणेश चतुर्थी मनाई जाती है।
नवरात्रि
जल्द ही मां दुर्गा का त्यौहार नवरात्रि भी आने वाला है। मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में किसी चीज की कमी नहीं रहती है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। आश्विन मास में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि प्रारंभ होते हैं।
दीपावली
पूरे भारत में धूमधाम से दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है। हर कोई इस दिन से लिए महीनाभर पहले से खास तैयारियों में जुट जाता है। रामायण में बताया गया है कि भगवान श्रीराम, लंका के राजा रावण का वध कर पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस लौटे थे। 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या आगमन पर दिवाली मनाई गई थी।
करवाचौथ
यह हर सुहागिन महिला के लिए साल का सबसे बड़ा त्यौहरा होता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और रात में चांद को देख कर पूजा के बाद व्रत खोलती हैं। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि जो सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा करती हैं, उन्हें सौभाग्यवी होने का वरदान मिलता है।
और पढ़ें- DIY: फूलों की तरह खिल उठेगा आपका चेहरा, घर पर बनाएं 4 Flowers Face Pack
चिथड़े निकली हुई इस पतलून की कीमत देखकर चकरा जाएगा सिर, इतने में तो आ जाएगा एक IPhone