इस साल 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज में महाकुंभ मेला शुरु हो रहा है। इस महाकुंभ में देश-विदेश से कई श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं। आप भी यदि महाकुंभ में स्नान करने जाने वाले हैं, लेकिन आपको नहीं पता है कि आप प्रयागराज में कहां ठहरेंगे, कैसे रहेंगे, रुकने की क्या व्यवस्था है, तो आज हम आपको प्रयागराज में श्रद्धालुओं के लिए की गई रुकने के व्यवस्था के बारे में बताएंगे।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष टेंट सिटी तैयार की जाती है, यह सुविधाजनक और सुरक्षित होता है, जिसमें बिजली, पानी, और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं।
टेंट अलग-अलग कैटेगरी में होते हैं, जैसे कि डीलक्स, लग्जरी और सामान्य, इसे आप अपने बजट के हिसाब से बुक कर सकते हैं।
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प्रयागराज में स्थित विभिन्न धर्मशालाएं और आश्रम श्रद्धालुओं के लिए सस्ते और धार्मिक वातावरण वाले आवास प्रदान करते हैं। ये सुविधाजनक होते हैं और बजट में आपके लिए रहने और साधारण भोजन की व्यवस्था भी होती है।
शहर में कई प्राइवेट होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं, जो अलग-अलग बजट में रहने की व्यवस्था प्रदान करते हैं। यह विकल्प अधिक आरामदायक और आधुनिक सुविधाओं से युक्त होते हैं।
स्थानीय निवासियों द्वारा अपने घरों को किराए पर उपलब्ध कराया जाता है। यह अधिक व्यक्तिगत और सुविधाजनक विकल्प हो सकता है, इसे बुक करने के लिए आप रेंटल ऐप की सहायता ले सकते हैं।
कुछ श्रद्धालु अस्थायी झोपड़ियां बनाकर या खुले में भी रुकते हैं। प्रशासन की ओर से इनके लिए भी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार और अन्य प्रशासनिक संस्थाएं श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी कैंपों का निर्माण करती हैं। इनमें फ्री या बहुत ही कम शुल्क में रहने की व्यवस्था होती है।
कई धार्मिक संगठन और संस्थाएं महाकुंभ के दौरान नि:शुल्क या नाममात्र शुल्क पर आवास और भोजन की सुविधा देते हैं।
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महाकुंभ में प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा व्यापक व्यवस्थाएं की जाती हैं ताकि हर व्यक्ति को सुरक्षित और सुविधाजनक आवास मिल सके।