कोरोना संकट के इस दौर में बढ़ रही हैं मानसिक बीमारियां, बचाव के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स

कोरोनावायरस महामारी का खतरा लगातार बढ़ता ही चल जा रहा है। इस महामारी ने लोगों की जिंदगी पर गहरा असर डाला है। कोरोनावायरस की वजह से लोग तरह-तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं। काफी लोग तरह-तरह की मानसिक बीमारियों के भी शिकार हो रहे हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jul 9, 2020 1:11 PM IST / Updated: Jul 09 2020, 06:44 PM IST

लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस महामारी का खतरा लगातार बढ़ता ही चल जा रहा है। इस महामारी ने लोगों की जिंदगी पर गहरा असर डाला है। कोरोनावायरस की वजह से लोग तरह-तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं। काफी लोग तरह-तरह की मानसिक बीमारियों के भी शिकार हो रहे हैं। लंबे समय तक लॉकडाउन की वजह से घरों में बंद रहने, दोस्तों से दूर हो जाने, आर्थिक संकट के बढ़ने और भविष्य को लेकर असुरक्षा की भावना की वजह से लोग तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं के शिकार हो रहे हैं। बहुत से लोगों में सुसाइडल टेंडेंसी तक आ रही है। देश के कई हिस्सों से लोगों के सुसाइड करने की खबरें भी आ रही हैं, जो किसी न किसी रूप में कोरोना महामारी से जुड़ी रही हैं। जानें मानसिक समस्याओं से बचाव के टिप्स।

1. कोरोना से डरें मत, बचाव के उपाय करें
कोरोना महामारी से डरना ठीक नहीं है। जरूरत है इससे बचाव का उपाय करने की। कोरोना से बचाव के तरीके बहुत ही सिंपल हैं। बाहर निकलने पर मास्क का यूज करें। जब जरूरत हो, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को फॉलो करें। इसके अलावा खान-पान में इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजें शामिल करें। 

2. सर्दी-जुकाम होने पर घबराएं नहीं
यह मानसून का सीजन है। इस मौसम में आम तौर पर लोगों को सर्दी-जुकाम की समस्या होती है। इसलिए सर्दी-जुकाम या फ्लू होने पर घबराएं नहीं। आजकल काफी लोग मामूली सर्दी-जुकाम होने पर डर जाते हैं। उन्हें लगता है कि वे कोरोना के शिकार हो गए। इस डर से भी उनमें मानसिक बेचैनी और चिंता बढ़ जाती है। यही चिंता मानसिक बीमारियों को जन्म दे सकती है।

3. आमदनी पर संकट
कोरोना महामारी के दौरान ज्यादातर लोगों की आमदनी घटी है। जो लोग कोई छोटा-मोटा रोजगार करते थे या किसी फैक्ट्री या कंपनी में काम करते थे, या तो उनका रोजगार बंद हो गया है या फिर आमदनी बहुत ज्यादा घट गई है। इससे लोग बहुत दबाव में हैं। जब घर के खर्चे चला पाना मुश्किल हो जाता है, तो कोई भी तनाव का शिकार हो सकता है। इससे घरेलू झगड़े भी होने लगते हैं। बहुत से लोग इसके दबाव को झेल नहीं पाते। लेकिन कोशिश करने से कोई न कोई रास्ता निकल सकता है। इसलिए हमेशा पॉजिटिव बने रहना जरूरी है। 

4. दोस्तों और फैमिली मेंबर्स के संपर्क में रहें
किसी भी मुसीबत में फैमिली के लोग और दोस्त ही काम आते हैं। इसलिए किसी भी तरह की परेशानी महसूस कर रहे हों, तो दोस्तों और फैमिली मेंबर्स को जरूर बताएं। उनसे कट कर और अलग-थलग नहीं रहें। आपको जो भी परेशानी हो रही हो, उसके बारे में परिवार के लोगों को साफ-साफ बताएं। इसके बाद वे यह निर्णय लेंगे कि क्या किया जाना चाहिए।

5. मनोचिकित्सक से सलाह लें
अगर आप ज्यादा तनाव, चिंता और घबराहट महसूस कर रहे हों और यह समस्या लगातार बनी रहती है, तो बेहतर होगा कि किसी मनोचिकित्सक से सलाह लें। चिंता, तनाव और घबराहट का लगातार बना रहना ठीक नहीं। इससे कई तरह की मानसिक बीमारियां पैदा हो सकती हैं। इसलिए बेहिचक किसी मनोचिकित्सक से मिलें और उसकी सलाह के हिसाब से काम करें। आप किसी साइकोलॉजिस्ट से ऑनलाइन भी सलाह ले सकते हैं।    

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