भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जैसे विपक्षी नेता ‘भारत के टुकड़े होंगे, इंशाअल्लाह’ के नारे लगाने वालों की पीठ थपथपाते हैं तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता किसी की भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आरक्षित क्यों नहीं है?
इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) जैसे विपक्षी नेता ‘भारत के टुकड़े होंगे, इंशाअल्लाह’ के नारे लगाने वालों की पीठ थपथपाते हैं तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता किसी की भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आरक्षित क्यों नहीं है? उन्होंने कहा कि भारत विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
विजयवर्गीय ने कहा- ‘हमने देखा है कि भारत तेरे टुकड़े होंगे’ जैसे नारे भारत में लगाए गए और राहुल गांधी खुद वहां (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली) गए थे। कई विपक्षी दल के सदस्यों में कम्युनिस्ट पार्टी या AAP वहां गए थे। अगर कोई भारत के खिलाफ बात करता है और भारत के विभाजन की बात करता है तो आप उस व्यक्ति की प्रशंसा करेंगे? उन्होंने कहा- अगर कोई अपनी भावनाओं के बारे में बात करता है तो उनके लिए बोलना सुरक्षित नहीं है। मेरा मानना है कि संतों के प्रति उदार रहने की जरूरत है। दूसरी ओर यदि कोई व्यक्ति अपने दिल की भावनाओं को बताता है तो उसे बोलने का अधिकार नहीं है। अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग मानदंड हैं। यह सब राजनीतिक लाभ के लिए है।
यह है पूरा मामला
छत्तीसगढ़ के रायपुर में धर्म संसद के आखिरी दिन 26 दिसंबर को संत कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj) ने महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने गांधीजी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया था और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को प्रणाम किया था। इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण महाराज को 30 जनवरी को अलसुबह मध्य प्रदेश के खजुराहो के पास से गिरफ्तार किया था और उन्हें अदालत में पेश किया था। 31 जनवरी को रायपुर जिले की जिला अदालत की प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट चेतना ठाकुर की अदालत ने कालीचरण महाराज को 13 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। 3 जनवरी को रायपुर कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है। इससे पहले रायपुर के टिकीरापरा थाने में रायपुर के पूर्व मेयर प्रमोद दुबे की शिकायत पर कालीचरण महाराज के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी।
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