येदियुरप्पा का इस्तीफाः बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक या कर्नाटक कांग्रेस को गोल्डन चांस

लिंगायत संत कर्नाटक में बीजेपी के खिलाफ एकजुट हैं। वह येदियुरप्पा को हटाने का लगातार विरोध करने के साथ चेतावनी दे चुके हैं। लिंगायत संतों ने साथ कहा था कि बीजेपी को सबक सीखाने के लिए उनको कांग्रेस के साथ जाने में भी कोई हिचक नहीं होगी। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 26, 2021 11:20 AM IST / Updated: Jul 26 2021, 04:54 PM IST

बेंगलुरू। कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद राज्य की राजनीति में नए समीकरण उभर सकते हैं। येदियुरप्पा को हटाना बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक है या आत्मघाती निर्णय यह तो आने वाला वक्त ही तय करेगा लेकिन बीजेपी की मुश्किलें बढ़ेगी इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि, कर्नाटक की राजनीतिक बिसात पर शहमात के इस खेल में कांग्रेस का रूख क्या होगा, यह भी महत्वपूर्ण हो सकता है।  

‘थ्री बी’ के साथ ‘अहिंडा’ का महाजोड़ कहीं कमजोर न पड़ जाए

Latest Videos

भारतीय जनता पार्टी को कर्नाटक में थ्री बी यानी ब्राह्मण, बनिया और बिलवा जाति का समर्थन हासिल था। सोशल इंजीनियरिंग के तहत येदियुरप्पा की रणनीति पर काम करते हुए बीजेपी ने यहां अहिंडा यानी दलितों, पिछडे़ वर्ग और अल्पसंख्यों का भी समर्थन हासिल कर लिया था। 

जानकार मानते हैं कि येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद यह सामाजिक तानाबाना बिखर सकता है। आशंका जताई जा रही है कि कुछ वर्ग अपनी मूल पार्टी में वापस जा सकता है। ऐसे में भाजपा को काफी सीटों पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। और अगर ऐसा हुआ तो इसका सीधा लाभ भले ही कांग्रेस को मिले न मिले लेकिन बीजेपी अपनी पूर्व की स्थिति पर आ सकती है। यानी उसकी सीटों में काफी कमी हो सकती है। 

लिंगायत संत पहले ही येदियुरप्पा के लिए खोल चुके हैं मोर्चा

लिंगायत संत कर्नाटक में बीजेपी के खिलाफ एकजुट हैं। वह येदियुरप्पा को हटाने का लगातार विरोध करने के साथ चेतावनी दे चुके हैं। लिंगायत संतों ने साथ कहा था कि बीजेपी को सबक सीखाने के लिए उनको कांग्रेस के साथ जाने में भी कोई हिचक नहीं होगी। 

अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के अध्यापक व राजनीतिक विश्लेषक डॉ.चंदन गौड़ा का मानना है कि लिंगायत समाज को पहले किसी भी नेता ने इस तरह एकजुट नहीं किया होगा जितना येदियुरप्पा ने किया है। जेएच पटेल मुख्यमंत्री तो रहे लेकिन लिंगायत नेता नहीं माने गए। उनका मानना है कि येदियुरप्पा ने कर्नाटक में बीजेपी को नया अवतार दिया है। लेकिन स्थितियां जिस तरह बन रही है, उससे साफ है कि राजनीतिक समीकरण में बड़े पैमाने पर बदलाव होने जा रहा। इसका फायदा कांग्रेस को भी हो सकता या कुछ और बिसात बिछ सकती। 

येदियुरप्पा कैबिनेट के 12 मंत्री ऐसे जिनका भविष्य तय नहीं

येदियुरप्पा कैबिनेट में 12 से अधिक मंत्री हैं जो कांग्रेस या जेडीएस के हैं। ये येदियुरप्पा की वजह से बीजेपी में आए थे। लेकिन अब येदियुरप्पा जब सरकार में नहीं हैं तो इन मंत्रियों का भी भविष्य अभी तय नहीं है। संभव है कि इनमें से कुछ अपनी मूल पार्टी में वापस चले जाएं, ऐसे में यह विपक्ष को फायदा देने वाला और सत्तापक्ष को झटका भी हो सकता है। 
प्रो.चंदन गौड़ा मानते हैं कि कांग्रेस के लिए कर्नाटक में यह सुनहरा मौका हो सकता है। वह इसे किस तरह हैंडल करती है, उसकी रणनीति और नजरिए से तय होगा। 

यह भी पढ़ें: 

पेगासस कांड पर ममता का मास्टर स्ट्रोकः आयोग का किया गठन, दो पूर्व न्यायाधीश करेंगे जांच

Tokyo Olympics 2020: मीराबाई चानू का Silver बन सकता है Gold

Pegasus Spyware कांडः बयान देकर बुरे फंसते नजर आ रहे सुवेंदु अधिकारी, पश्चिम बंगाल में केस दर्ज

ममता बनर्जी का आरोपः मोदी सरकार ने लोकतंत्र को सर्विलांस स्टेट में बदल दिया, फोन से जासूसी करा रहा केंद्र

Share this article
click me!

Latest Videos

उर्फी जावेद का रिस्की वीडियो वायरल #Shorts #urfijaved
Bigg Boss LIVE Updates 🔴 गरमागरम बहस, फ़्लर्टी एक्सचेंज और ड्रामा सामने आया |
LIVE: राष्ट्रपति की अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की राजकीय यात्रा पर विशेष ब्रीफिंग
LIVE: जयराम रमेश और पवन खेड़ा द्वारा कांग्रेस पार्टी की ब्रीफिंग
मोदी कैबिनेट ने लिया बड़ा फैसला, जानें कब तक मिलता रहेगा मुफ्त राशन