पर्यावरणविदों के Alert के बावजूद दिल्ली में प्राइमरी स्कूल ओपन, एयर क्वालिटी अभी भी 'बहुत खराब'

एनसीआर में हवा की गुणवत्ता(Air quality) लगातार गिर रही है। दिल्ली का ओवरऑल AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में 339 दर्ज हुआ। हालांकि इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार से प्राइमरी स्कूल फिर से ओपन हो गए।  
 

नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता(Air quality) लगातार गिर रही है। 9 नवंबर की सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) नोएडा (यूपी) में 'बहुत खराब' श्रेणी में 371, गुरुग्राम (हरियाणा) में 'बहुत खराब' श्रेणी में 338 और धीरपुर के पास 'बहुत गंभीर' श्रेणी में 433 दर्ज किया गया। दिल्ली का ओवरऑल AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में 339 दर्ज हुआ। हालांकि इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार से प्राइमरी स्कूल फिर से ओपन हो गए।  


दिल्ली सरकार ने सोमवार को प्राइमरी स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया था। स्कूल शनिवार से बंद थे। हालांकि इसे लेकर पर्यावरणविद संतुष्ट नहीं है। उन्होंने घुटने टेकने वाली प्रतिक्रिया के खिलाफ चेतावनी दी है। अभी राष्ट्रीय राजधानी में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चार पहिया वाहनों पर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के फेज-3 के तहत बैन रहेगा। इधर, दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी 9 नवंबर से क्लास लगेंगी। पिछले हफ्ते प्रशासन ने आनलाइन क्लास लेने के निर्देश दिए थे। पॉल्युशन के कारण लोगों ने आंखों में जलन, सांस सबंधी दिक्कतें समेत कई शिकायतें की हैं। बता दें कि 0-50 के बीच का एक्यूआई अच्छा, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब और 401-500 गंभीर माना जाता है।

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चिंताजनक बात यह है कि दिल्ली-NCR में एयर पॉल्युशन के लिए पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं का सबसे बड़ा योगदान माना जा रहा है। पंजाब और दिल्ली सरकार के तमाम दावों के बीच पिछले ती महीने में 30000 से अधिक पराली जलाने के मामले सामने आए हैं। इस बीच दिल्ली में  8,400 से अधिक पुराने वाहन जब्त किए गए हैं। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स

प्रदूषण से जुड़ीं कुछ महत्वपूर्ण बातें
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी का ओवरऑल एक्यूआई मंगलवार को 321 था, जो बुधवार को बढ़कर 339 हो गया। प्रतिकूल मौसम की वजह से अगले कुछ घंटों में हवा की गुणवत्ता और खराब होने की आशंका है। हालांकि 11 नवंबर से हवाओं की गति 15 से 20 किमी प्रति घंटे होने की भविष्यवाणी से प्रदूषण मे कमी आने की उम्मीद है।

स्काईमेट वेदर(Skymet Weather) के उपाध्यक्ष महेश पलावत (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) ने कहा कि शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार होने से पहले और यह और खराब होने की आशंका है। उन्होंने कहा, "हालांकि पराली जलाने का योगदान महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन शांत स्थानीय हवाएं प्रदूषण के जिम्मेदार तत्वों को एक जगह इकट्ठा कर रही हैं। यानी वे कण बह नहीं पा रहे हैं। 

दिल्ली सरकार ने पिछले दो दिनों में शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए सोमवार को 9 नवंबर से प्राथमिक कक्षाओं को फिर से खोलने और अपने 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम करने के आदेश को रद्द करने का फैसला किया था।

हालांकि, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तीसरे चरण के तहत दिल्ली में बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल चार पहिया वाहनों की दिल्ली में एंट्री बैन रहेगी। प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर 20,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है। आपातकालीन सेवाओं और सरकार और चुनाव संबंधी कार्यों के लिए तैनात वाहनों को छूट दी गई है।

दिल्ली सरकार वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करने के प्रयास में सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण बस सेवा अभियान के तहत राजधानी में 500 अतिरिक्त बसें चलाएगी।

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