Cyclone Jawad: तूफान से निपटने NDRF की 64 टीमों ने संभाला मोर्चा; शुरू हुई तेज बारिश

चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) के 4 दिसंबर को ओडिशा-पश्चिम बंगाल पहुंचने से पहले NDRF की 64 टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है। तूफान के भंयकर रूप को देखते हुए 107 ट्रेनें कैंसल कर दी गई हैं। वहीं, दूसरे अन्य कार्यक्रम भी निरस्त हो गए हैं। जानिए पूरी कहानी...

Asianet News Hindi | Published : Dec 4, 2021 3:31 AM IST / Updated: Dec 04 2021, 02:01 PM IST

नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) कितनी तबाही मचाएगा; इसका आकलन नहीं किया जा सकता है, लेकिन उससे निपटने राज्य और केंद्र सरकारें हाई अलर्ट मोड पर हैं। जवाद के 4 दिसंबर को ओडिशा-पश्चिम बंगाल पहुंचने की संभावना है। तूफान से निपटने नेशनल डिसास्टर रेस्पांस फोर्स(NDRF) की 64 टीम तैयार रखी गई हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग(IMD) ने आशंका जताई है कि इस दौरान 100 से 110Km की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। तूफान के कारण भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में स्कूल-ट्रेनें और दूसरे कार्यक्रम बंद और निरस्त कर दिए गए हैं। 

तूफान का Update

NDRF द्वितीय बटालियन के टीम कमांडेंट एम. कलैयारसन ने दीघा पूर्व मिदनापुर में बताया कि बारिश शुरू हो गई है इसे लेकर हम लोगों को माइकिंग के जरिए जागरूक कर रहे हैं। पर्यटकों को जवाद चक्रवाती तूफान से जुड़ी सावधानियां बरतने को कहा जा रहा है। NDRF के जवान लगातार तटीय क्षेत्र पर तैनात हैं।

चक्रवात जवाद के मद्देनजर आंध्र प्रदेश के तीन ज़िलों विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम में 11 NDRF, 5 SDRF, 6 तटरक्षक बल, 10 समुद्री पुलिस दल तैनात किए गए हैं। अभी तक इन ज़िलों के निचले इलाकों से 54,008 लोगों को निकाला गया है।

IMD के अनुसार, तूफान बंगाल के पश्चिम-मध्य खाड़ी में विशाखापत्तनम से लगभग 230 किमी दक्षिण पूर्व, गोपालपुर से 340 किमी दक्षिण, पुरी से 410 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पारादीप से 490 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है। इसके धीरे-धीरे कमजोर होने और अगले 12 घंटों के दौरान लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। फिर ओडिशा तट के साथ उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर 5 दिसंबर दोपहर के आसपास पुरी के पास एक गहरे अवसाद(deep depression) के रूप में पहुंचने की संभावना है। इसके और कमजोर होने और पश्चिम बंगाल तट की ओर उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है।

जानिए क्या-क्या हैं तैयारियां
IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी पहुंचने के बाद ओडिशा और निकटवर्ती आंध्र प्रदेश के तट के पास उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा और पांच दिसंबर को दोपहर तक पुरी के आसपास के तट पर पहुंचेगा। 

ओडिशा पर्यटन(Odisha tourism) ने चक्रवात जवाद(Cyclone Jawad) के कारण यहां रहे अंतर्राष्ट्रीय रेत कला उत्सव( International sand art festival) और कोणार्क उत्सव को रद्द कर दिया है। ओडिशा पर्यटन ने कहा कि IMD की रिपोर्ट और विशेष राहत आयुक्त द्वारा चक्रवाती तूफान जवाद पर ओडिशा के तटों पर पहुंचने की सलाह के बाद यह निर्णय लिया गया। बता दें कि पांच दिवसीय रेत कला उत्सव 12वां एडिशन था, जो 1 दिसंबर को कोणार्क के चंद्रभागा समुद्र तट Chandrabhaga beach in Konark) पर शुरू हुआ था।

NDRF के डीजी अतुल करवाल ने मीडिया को बताया कि अधिक खतरे वाले इलाकों में 46 टीम तैनात कर दी गई हैं। 18 टीमें रिजर्व हैं। 46 टीम में 19 पश्चिम बंगाल में, ओडिशा में 17, आंध्र प्रदेश में 19 के अलावा तमिलनाडु में सात और अंडमान निकोबार में दो टीम रखी गई हैं। बता दें कि इससे पहले 2 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की थी। 

IMD के अनुसार, 30 नवंबर को अंडमान सागर के ऊपर हवा का कम दबाव का एक क्षेत्र बना था। यह 2 दिसंबर को अवदाब में और 3 दिसंबर की सुबह एक गहरे अवदाब(depression) में बदल गया था। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने तथा रविवार और सोमवार को असम, मेघालय व त्रिपुरा में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है। रविवार तक मध्य एवं उत्तर बंगाल की खाड़ी में मछुआरों से समुद्र से दूर रहने को कहा गया है।

3 दिसंबर को कैबिनेट सचिव ने की थी मीटिंग
3 दिसंबर को कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की दूसरी बैठक की थी। इसमें चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए राज्यों और केन्‍द्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की गई। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनके द्वारा की गई प्रारंभिक तैयारियों से अवगत कराया। 

107 ट्रेनें रद्द-स्कूल बंद
तूफान के चलते ओडिशा और आंध्र प्रदेश में 4 दिसंबर को प्रस्तावित यूजीसी-नेट परीक्षाओं का शेड्यूल बदल दिया गया है। परीक्षाएं अब 5 दिसंबर को होंगी। रेलवे ने अपनी 107 ट्रेनें कैंसिल कर दी हैं, जो आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती इलाकों से गुजरती हैं। इनमें अप में 54 ट्रेनों को जबकि डाउन में 53 ट्रेनों को कैंसिल किया गया है। ओडिशा सरकार ने 30 में से 19 जिलों में स्कूलों को बंद करा दिया है।

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