विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा से पहले दोनों देशों के रक्षा और विदेश मामलों के मंत्रियों की भी मीटिंग होनी है। यह मीटिंग भी छह दिसंबर को नई दिल्ली में ही है।
मॉस्को। रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) अपनी भारत यात्रा (India Visit) पर आ रहे हैं। प्रेसिडेंट पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 10 समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे। इनमें से दोनों देश कुछ सेमी-कांफिडेंशियल समझौते भी करेंगे। राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने बताया कि सभी दस समझौतों को तैयार करने का काम चल रहा है। हमें यकीन है कि यात्रा के दौरान समझौतों पर साइन हो जाएंगे। हालांकि, कौन-कौन से समझौतों पर दोनों देशों के बीच सहमति बनी है, उन्होंने यह नहीं बताया है।
जब दोनों तरफ से सहमति बन जाएगी तो होगा सार्वजनिक
राष्ट्रपति के सहयोगी उशाकोव ने समझौतों का नाम नहीं उजागर किया है। उन्होंने कहा कि जबतक सभी समझौतों का मसौदा तैयार नहीं हो जाता और दोनों देशों के बीच सहमति नहीं बन जाती, तबतक उसके बारे में सार्वजनिक नहीं बताया जा सकता। हालांकि, उन्होंने बताया कि अधिकतर समझौते विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
6 दिसंबर को भारत पहुंच रहे पुतिन
दरअसल, रूस और भारत के बीच सालाना शिखर सम्मेलन (Annual Summit) आयोजित होता है। इस बार छह दिसंबर को यह समिट नई दिल्ली में आयोजित है। इसी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति पुतिन भारत पहुंच रहे हैं। दोनों देशों के राष्ट्रप्रमुखों की आमने-सामने की यह मीटिंग करीब दो साल बाद होने जा रही है। नवंबर 2019 में ब्रासीलिया में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी की यह पहली इन-पर्सन बैठक होगी।
दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों की एकसाथ मीटिंग
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने बताया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा से पहले दोनों देशों के रक्षा और विदेश मामलों के मंत्रियों की भी मीटिंग होनी है। यह मीटिंग भी छह दिसंबर को नई दिल्ली में ही है। 6 दिसंबर की सुबह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस.जयशंकर और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु, सैन्य-तकनीकी सहयोग पर इंटरगवर्नमेंटल कमीशन के सह-अध्यक्षों की बैठक से होगी।
दोपहर में शिखर सम्मेलन
21वां सालाना भारत-रूस शिखर सम्मेलन 6 दिसंबर की दोपहर को होगा। इस समिट में द्विपक्षीय संबंधों की संभावनाओं की समीक्षा की जाएगी। दोनों देश रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
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