राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, ये झटके काफी हल्के थे और रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 2.1 मापी गई है।
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, ये झटके काफी हल्के थे और रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 2.1 मापी गई है। भूकंप का केंद्र हरियाणा के गुरुग्राम से 13 किलोमीटर की दूरी पर बताया गया है। 12 अप्रैल से 08 मई तक 14वीं बार भूकंप के झटके लगे हैं।
अप्रैल-मई में 10 बार आया भूकंप
भूकंप की निगरानी करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था द नेशनल सेंटर ऑफ सीसमोलॉजी (The National Center of Seismology) ने बताया है कि 12 अप्रैल से 29 मई तक दिल्ली-NCR में 10 भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
क्यों बार बार आ रहा भूकंप?
कोरोना महामारी के बीच देश में भूकंप के झटकों ने भी जरा दिया है। पिछले दो महीने में दिल्ली कई बार कांप चुकी है। एक्सपर्ट्स के माने तो दिल्ली-एनसीआर में बड़े भूकंप के झटका खतरा है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली और एनसीआर में हाई इन्टेंसिटी का भूकंप आ सकता है।
भुगतना पड़ सकता है बड़ा अंजाम
दिल्ली-एनसीआर का इलाका सीस्मिक जोन-4 में आता है और यही वजह है कि उत्तर-भारत के इस क्षेत्र में सीस्मिक गतिविधियां तेज रहती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीस्मिक जोन-4 में आने वाले भारत के सभी बड़े शहरों की तुलना में दिल्ली में भूकंप की आशंका ज्यादा बताते हैं। दिल्ली हिमालय के पास है, जो भारत और यूरेशिया जैसी टेक्टॉनिक प्लेटों के मिलने से बना था और इसे धरती के भीतर की प्लेटों में होने वाली हलचल का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।