कश्मीर के पत्रकारों को आतंकी संगठन से मिली धमकी मामले में एक्शन में पुलिस, 10 जगहों पर की गई तलाशी

पत्रकारों को आतंकी संगठन से मिली जान से मारने की धमकी मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को दस जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट ने कश्मीर में काम कर रहे पत्रकारों को धमकी दी थी।

Asianet News Hindi | Published : Nov 19, 2022 6:35 AM IST / Updated: Nov 19 2022, 12:18 PM IST

श्रीनगर। आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने पत्रकारों को जान से मारने की धमकी दी है। इस मामले में जांच और आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को दस जगहों पर तलाशी की। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार श्रीनगर, अनंतनाग और कुलगाम जिलों में तलाशी अभियान चलाया गया। 

आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट ने कश्मीर में काम कर रहे पत्रकारों को धमकी दी थी। इस मामले में पुलिस ने 12 नवंबर को केस दर्ज किया था। पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा और द रेजिस्टेंस फ्रंट के हैंडलर्स को आरोपी बनाया है। टीआरएफ ने देशद्रोह करने और फासीवादी भारतीय शासन के साथ सांठगांठ करने का आरोप लगाकर कश्मीर के कुछ मीडिया घरानों को ऑनलाइन धमकी दी थी। धमकी मिलने के बाद कई पत्रकारों ने इस्तीफा दे दिया था। 

मुख्तार बाबा है पत्रकारों को धमकी देने में शामिल
एक खुफिया डोजियर में कहा गया है कि तुर्की स्थित आतंकी ऑपरेटिव मुख्तार बाबा और जम्मू-कश्मीर में उसके छह लोगों के धमकी भेजने के मामले में जुड़े होने का संदेह है। 55 साल का मुख्तार बाबा कश्मीर के विभिन्न अखबारों के लिए काम करता था। वह 1990 के दशक तक श्रीनगर में रह रहा था। वह तुर्की भाग गया था।

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टीआरएफ का मास्टरमाइंड है मुख्तार बाबा 
डोजियर में कहा गया है कि मुख्तार बाबा अक्सर पाकिस्तान जाता है। वह टीआरएफ का मास्टरमाइंड है और घाटी के युवाओं को टीआरएफ में शामिल होने के लिए उकसाता है। उसके घाटी में छह सहयोगियों के संपर्क में होने का संदेह है। उसके दो सहयोगियों की पहचान कर ली गई है। बाबा ने पत्रकार समुदाय में मुखबिरों का एक नेटवर्क बनाया है। उनके इनपुट का इस्तेमाल कर उसने ऐसे पत्रकारों की लिस्ट बनाई जिन्हें धमकी दी गई। 

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