अमेरिकी प्रीडेटर ड्रोन से इंडियन नेवी को मिलेगी ताकत, हिंद महासागर में ड्रैगन की हर चाल होगी नाकाम

भारतीय नौसेना के लिए अमेरिका से MQ-9B प्रीडेटर आर्म्ड ड्रोन खरीदने के लिए बात चल रही है। इस ड्रोन से हिंद महासागर क्षेत्र में निगरानी की क्षमता बढ़ेगी। MQ-9B ड्रोन MQ-9 "रीपर" का एक वैरिएंट है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 3, 2022 9:28 AM IST / Updated: Dec 03 2022, 03:05 PM IST

नई दिल्ली। हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी नौसेना की गतिविधि लगातार बढ़ रही। चीन तेजी से अपनी नौसेना की क्षमता बढ़ा रहा है। इसे देखते हुए भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ाने पर सरकार ध्यान दे रही है। हिंद महासागर में ड्रैगन की हर चाल को नाकाम करने के लिए नौसेना को ताकतवर हथियारों से लैस किया जा रहा है।

इसी क्रम में भारतीय नौसेना को अमेरिका के अत्याधुनिक लड़ाकू ड्रोन से लैस करने की प्रक्रिया भी चल रही है। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि अमेरिका से प्रीडेटर ड्रोन के बेड़े की खरीद की प्रक्रिया चल रही है।

30 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने का था प्रस्ताव 
मूल प्रस्ताव अमेरिका से 30 MQ-9B प्रीडेटर आर्म्ड ड्रोन खरीदने का था। इसके लिए 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च होंगे। इस ड्रोन से हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का निगरानी तंत्र मजबूत होगा। MQ-9B ड्रोन MQ-9 "रीपर" का एक वैरिएंट है। इसे हवा से जमीन पर मार करने वाले हेलफायर मिसाइल से लैस किया गया है। हेलफायर मिसाइल से अमेरिका ने पिछले महीने काबुल में अल-कायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी को मार गिराया था। 2020 में इंडियन नेवी ने हिंद महासागर में निगरानी के लिए एक वर्ष के लिए लीज पर दो MQ-9B सी गार्जियन ड्रोन लिया था। बाद में लीज की अवधि बढ़ा दी गई। नौसेना प्रमुख ने कहा कि हमें लीज पर लिए गए ड्रोन के संचालन के दौरान अच्छे अनुभव मिले हैं।

निगरानी तंत्र को मजबूत कर रही नौसेना
गौरतलब है कि चीनी नौसेना के युद्धपोतों के हिंद महासागर क्षेत्र में आने की घटनाएं बढ़ी हैं। चीन की बढ़ती गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारतीय नौसेना अपने निगरानी तंत्र को मजबूत कर रही है। MQ-9B में सिग्नल इंटेलिजेंस और कम्युनिकेशन इंटेलिजेंस सिस्टम इंटीग्रेटेड ऑनबोर्ड हैं। इसे आवश्यकतानुसार कई अन्य कस्टम सेंसर से भी लैस किया जा सकता है।

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2047 तक 'आत्मनिर्भर' बनना है भारतीय नौसेना का लक्ष्य 
एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना ने सरकार को आश्वासन दिया है कि वह 2047 तक 'आत्मनिर्भर' हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी सैन्य और रिसर्च जहाजों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखती है। नौसेना में करीब 3,000 अग्निवीर आ चुके हैं, जिनमें से 341 महिलाएं हैं। हम पहली बार महिला नाविकों को शामिल कर रहे हैं।

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