आतंकियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना के जवान और राजस्थान का वीर सपूत 23 वर्षीय छत्रपाल सिंह भी शामिल था। जिसने दुश्मनों से लड़ते-लड़ते अपने देश के लिए प्राण न्यौछावर कर दिए।
जयपुर। जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा क्षेत्र में आतंकियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए। हालांकि इन जवानों ने पांच आतंकवादियों को भी मार गिराया।
हंसते-हंसते देश के लिए न्यौछावर कर दिए अपने प्राण
दरअसल, इन पांच जवानों में एक जवान राजस्थान का वीर सपूत 23 वर्षीय छत्रपाल सिंह भी शामिल था। जिसने दुश्मनों से लड़ते-लड़ते अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। शहीद छत्रपाल सिंह झुंझुनू जिले के छावसरी गांव का रहने वाला था। वह 5 साल पहले ही सेना में भर्ती हुए था। शहीद होने की सूचना सोमवार सुबह उसके घरवालों को दी गई है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी परवेज हुसैन ने बताया, शहीद का पार्थिव शरीर मंगलवार को झुंझुनूं पहुंचेगा।
बेटे के शहीद होने का पता चलते ही बेसुध हो गए माता-पिता
बेटे के शहीद होने का पता चलते ही पिता सुरेश पाल सिंह और मां शशि कला देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। दोनों बेसुध हैं। पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है। हर कोई यही कह रहा है कि छत्रपाल बहुत मिलनसार था। वो जब भी छुट्टी पर आता था तो गांव के सभी लोगों से मिलता था।
मां-बाप कर रहे थे शादी की तैयारी
गांववालों ने बताया कि छत्रपाल हाल ही में 29 दिन की छुट्टी बिताकर 9 मार्च को ही ड्यूटी पर गया था। हमें क्या पता था कि वह इस बार जाएगा तो लौटकर नहीं आएगा। उसके घरवाले इस साल उसकी शादी करने की तैयारी कर रहे थे।
सेना ने शुरू किया था ऑपरेशन
श्रीनगर में सेना के अधिकारियों ने रविवार देर रात को बताया कि कुपवाड़ा जिले में आने वाले इस इलाके में सेना ने 3 और 4 अप्रैल की रात से घुसपैठ रोकने के लिए ऑपरेशन शुरू किया था। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तानी घुसपैठिए कुपवाड़ा के शमसबरी रेंज से भारतीय क्षेत्र में घुसे थे और पोसवाल के गुर्जर ढोक इलाके में छिपे थे। शहीद जवानों में से दो-दो उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश से और राजस्थान से एक जवान है।