राजस्थान सरकार के सीनियर आरएएस केसर लाल मीणा का देवी-देवताओं को लेकर शर्मनाक बयान सामने आया है। उन्होंने देवताओं को रेपिस्ट और हनुमान को बताया। अधिकारी के इस विवादित कमेंट्स के बाद हिंदू संगठन उन्हें घेरने की तैयारी कर रहे हैं।
जयपुर. R.A.S केसर लाल मीणा बहुत सीनियर अफसर है और वर्तमान में उद्योग विभाग राजस्थान के संयुक्त सचिव के पद पर आसीन है । लेकिन ब्राह्मण समाज और हिंदू देवी देवताओं से इतना खफा है है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप पर इतने गंदे और अभद्र कमेंट किए कि अब वह घिरते नजर आ रहे हैं । हिंदू संगठन खासतौर पर ब्राह्मण संगठन उन्हें घेरने की तैयारी कर रहे हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग है। सरकार को समय दिया जा रहा है अगर सरकार सही समय पर कार्यवाही नहीं करती तो अफसर के खिलाफ ब्राह्मण समाज के संगठन और लोग कार्रवाई करेंगे।
सिर्फ सॉरी बोल कर निकल गए...अफसर
बेहद सीनियर r.a.s. केसर लाल मीणा ने आर एस अफसरों के ही ऑफिशियल ग्रुप में इतने गंदे और वाहियात मैसेज भेजें कि उनके साथी अफसर ही उनसे दूरी बनाने लग गए हैं । कई अफसरों ने उसी ग्रुप पर उनके द्वारा भेजे गए कमेंट और मैसेज का विरोध भी किया और उन्हें याद दिलाया कि वह कितने सीनियर पद पर हैं। 20 से 22 मिनट तक ग्रुप में बवाल मचा रहा, उसके बाद केसर लाल मीणा सॉरी बोल कर निकल गए। उन्होंने मैसेज डिलीट कर दिए।
अफसर बोले-ब्राह्मणों ने हमें उल जलूल बातें मानने के लिए मजबूर किया...
केसर लाल मीणा ने ब्राह्मण समाज के लिए लिखा की ब्राह्मण समाज ने हमें उल जलूल बातें मानने के लिए मजबूर किया। उन्होंने लिखा कि ब्राह्मणों ने हमें ऐसे हजारों तथ्य मानने को मजबूर किए जो विज्ञान के तर्क पर टिकते नहीं है। आज हमारी आंखें खुली है, हमारे पास ताकत है। हमारे पास फूले, साहू, पेरियार आंबेडकर विचारधारा और सिद्धांतों की कलम की ताकत है। इसलिए अब मैं काल्पनिकताओं को मानने की जगह सच जानना चाहता हूं , आज तक जो भी ब्राह्मणों ने हमें बताया है,,, ऐसा होता है,, वैसा होता है,,,आज क्यों नहीं होता । इसका सटीक और सार्थक सा जवाब दीजिए ।
देखिए कैसे अफसर ने देवताओं को रेपिस्ट और हनुमान को मंकी बताया
उन्होंने यह भी लिखा कि हिंदू देवी देवता रेपिस्ट है। हनुमान जी मंकी है। सोशल मीडिया पर उनकी की गई टिप्पणी अब उनके खिलाफ शिकंजा कसती जा रही है। केसर लाल मीणा का मोबाइल फोन 2 दिन से स्विच ऑफ है। अक्सर उनके साथ रहने वाले अफसर उनसे दूर होते जा रहे हैं। ब्राह्मण समाज में उनके खिलाफ रोष है। उनके ही समाज के जो अफसर है वह भी उनके बारे में बातचीत करने से बच रहे हैं । राजस्थान विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा का कहना है कि सरकार ऐसे अफसर के खिलाफ कार्रवाई करें नहीं तो और कोई कदम उठाना पड़ेगा।