उदयपुर मर्डर केसः राजस्थान में 24 घंटे इंटरनेट बंद, प्रदेश के सभी जिलों में एक महीने तक धारा 144 लागू

उदयपुर में मंगलवार को दिनदहाड़े युवक की निर्मम हत्या के बाद मुख्य सचिव उषा शर्मा ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। उन्होंने सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिला कलेक्टरों को प्रदेशभर में विशेष सतर्कता और चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं।

Sanjay Chaturvedi | Published : Jun 28, 2022 4:10 PM IST / Updated: Jun 28 2022, 10:06 PM IST

​जयपुर. उदयपुर में मंगलवार को दिनदहाड़े युवक की निर्मम हत्या के बाद मुख्य सचिव उषा शर्मा ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। उन्होंने सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिला कलेक्टरों को प्रदेशभर में विशेष सतर्कता और चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। इस बैठक के बाद कानून-व्यवस्था बनाये रखने को लेकर प्रदेशभर में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद रखा जाएगा। साथ ही, सभी जिलों में अगले एक महीने तक धारा 144 लागू करने का फैसला हुआ है। 4 लोगों से अधिक के एकत्रित होने पर रोक लगाने, पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त करने, शांति समिति की बैठकें आयोजित करने और उदयपुर जिले में आवश्यकतानुसार कर्फ्यू लगाये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों को रेंज में भेजने के निर्देश दिये है।

घटना का वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ होगी सख्ती

मुख्य सचिव ने कहा- उदयपुर की घटना के वीडियो मोबाइल एवं अन्य माध्यमों से प्रसार पर सख्ती से रोक लगाई जाए। साथ ही वीडियो को प्रसारित करने वाले लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए। धर्म गुरूओं से अपील की जाए कि वे साम्प्रदायिक सौहार्द एवं शान्ति बनाये रखने में सहयोग करें। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार ने कहा- सभी जिलों में पूरी सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ स्थिति पर नजर रखी जाए। पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को लेकर निरंतर मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें।

शांति समिति की बैठक के साथ भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात

पुलिस महानिदेशक  एम.एल. लाठर ने निर्देश दिए कि उदयपुर की घटना के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी विशेष निगरानी सुनिश्चित करें। साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाये। अगले दो दिन में शांति समिति की बैठक के साथ ही सीएलजी की थानावार बैठकें भी आवश्यक रूप से आयोजित की जाएं।

​उन्होंने कहा- कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त पुलिस जाब्ता तैनात किया जाए। अतिरिक्त फोर्स की आवश्यकता हो तो तत्काल उच्च स्तर पर सूचित कर जाब्ता मंगवाया जाए। उन्होंने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के साथ सख्ती से निपटने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग किसी भी जाति, धर्म या सम्प्रदाय से हो उन पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। ​पुलिस महानिदेशक इंटेलीजेन्स उमेश मिश्रा ने सभी जिलों में प्रभावी इंटेलीजेन्स के निर्देश दिए।+

 

क्या है उदयपुर का मामला

28 जून, दिन मंगलवार। दोपहर में बाइक सवार 2 लोग शहर के धानमंडी इलाके में मौजूद सुप्रीम टेलर्स की दुकान में घुसे। दोनों ने दुकानदार कन्हैयालाल (40) से कहा- हमें कपड़े सिलवाने हैं। कन्हैया ने नाप लेना स्टार्ट कर दिया। तभी अचानक पीछे खड़े हत्यारे ने धारदार हथियार से उसके ऊपर हमला कर दिया। दोनों ने तलवार से कई वार कन्हैया के ऊपर किया। ऑन द स्पॉट उसकी मौत हो गई। बता दें, कुछ दिन पहले उसने नुपुर शर्मा के सपोर्ट में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर डाला था। जिसके बाद समुदाय विशेष से उसको लगातार धमकियां मिल रही थी। उसने 6 दिन से दुकान भी नहीं खोली थी। इतना ही नहीं, उसने धमकी देने वालों के खिलाफ पुलिस में नामजद रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। वो गोवर्धन विलास इलाके का रहने वाला था। हालांकि, पुलिस ने कन्हैयालाल के दोनों हत्यारे रियास और गोस मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों उदयपुर के सूरजपोल क्षेत्र के निवासी हैं।

 

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