फिल्म आदिपुरुष के कुछ दृश्य काफी अतिश्योक्ति पूर्ण हैं, उनका धर्म ग्रंथों से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। इस तरह के दृश्य लोगों के मन में भ्रम पैदा करते हैं, जो कि नहीं होना चाहिए। रावण का कैरेक्टर बिल्कुल भी धर्म ग्रंथों में बताए गए रावण के पात्र से मेल नहीं खाता। मूवी में मेघनाद का वध पूरी तरह से काल्पनिक है। धर्म ग्रंथों में हर कैरेक्टर की विशेष वेष-भूषा बताई गई है, जबकि मूवी में किसी के सिर पर मुकुट तक नहीं है। फिल्म में दिखाया गया राम और रावण का द्वंद युद्ध VFX इफेक्ट के चलते काफी अच्छा बन पड़ा है, लेकिन इसमें और सुधार की गुंजाइश थी। फिल्म का संगीत काफी अच्छा है।
गणेश गुरु, चिंतामन मंदिर पुजारी