Navratri Vrat Niyam: अगर आप भी करते हैं नवरात्रि व्रत तो न करें ये 5 गलतियां

Navratri 2024: इस बार आश्विन मास की नवरात्रि अक्टूबर महीने में मनाई जाएगी। अगर आप भी नवरात्रि में व्रत करते हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए, नहीं तो व्रत का पूरा फल नहीं मिलता।

 

Manish Meharele | Published : Sep 22, 2024 11:17 AM IST / Updated: Oct 03 2024, 07:49 AM IST
16
जानें नवरात्रि 2024 की डिटेल...

हर साल आश्विन मास में शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इसे छोटी नवरात्रि भी कहते हैं। इस नवरात्रि में गरबों के माध्यम से देवी की आराधना की जाती है। इस बार आश्विन मास की नवरात्रि का पर्व 3 से 11 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इन 9 दिनों में रोज देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाएगी। नवरात्रि में व्रत की परंपरा है। अगर आप भी नवरात्रि में व्रत करते हैं तो कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखें, नहीं तो व्रत का पूरा फल नहीं मिल पाएगा। जानें कौन-सी हैं ये बातें…

26
व्रत से पहले संकल्प जरूर लें

अगर आप नवरात्रि व्रत करना चाहते हैं तो इसके पहले दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद व्रत का संकल्प लें। जैसा व्रत आप करना चाहते हैं, उसी के अनुसार संकल्प लें जैसे दोनों समय फलाहार या एक समय भोजन और एक समय फलाहार। संकल्प के अनुसार ही 9 दिनों तक व्रत का पालन करें।

36
दूसरे के घर का पानी भी न पीएं

अगर आपने नवरात्रि व्रत का संकल्प लेना चाहते है तो ध्यान रखें कि इस दौरान किसी दूसरे के घर का पानी भी न पीएं, भोजन तो बहुत दूर की बात है। इस दौरान अपने ही घर का भोजन करें। अगर किसी वजह से घर पर भोजन न बना पाएं तो बाहर से खरीद कर खा सकते हैं लेकिन शुद्धता का विशेष रूप से ध्यान रखें।

46
पवित्रता का ध्यान रखें

नवरात्रि व्रत के 9 दिनों में पवित्रता का खास ध्यान रखें। यानी ब्रह्मचर्य का पूरी तरह से पालन करें, सिर्फ तन से ही नहीं बल्कि मन से भी। घर में शराब और मांस आदि तामसिक चीजें बिल्कुल नहीं आनी चाहिए। संभव हो तो व्रत के दौरान जमीन पर चटाई बिछाकर सोएं।

56
काले कपड़े न पहनें

नवरात्रि व्रत के दौरान काले कपड़े न पहनें क्योंकि ये रंग निगेटिविटी का प्रतीक है। शुभ काम में काले रंग के कपड़े नहीं पहनना चाहिए। नवरात्रि के दौरान लाल, पीले या हरे रंग के वस्त्र पहनना चाहिए। काले कपड़े भूलकर भी न पहनें।

66
इन बातों का भी रखें ध्यान

नवरात्रि व्रत के दौरान किसी पर क्रोध न करें और न ही किसी का अपमान करें। क्रोध करने से मानसिक हिंसा होती है, जो व्रत के दौरान नहीं होना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति क्रोध आने जैसा काम भी कर दे उसे तुरंत क्षमा कर दें। यह भी व्रत का नियम है।


ये भी पढ़ें-

दुर्गा प्रतिमा बनाने के लिए क्यों लेते हैं ‘सेक्स वर्कर्स’ के आंगन की मिट्टी?


हिंदू धर्म में कलश क्यों पवित्र, नवरात्रि में क्यों करते हैं इसकी स्थापना?


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos

Recommended Photos