Disha Shul Kya Hota Hai: हिंदू धर्म में हर शुभ कार्य मुहूर्त देखकर किया जाता है। घर से निकलने से पहले भी कुछ बातों का ध्यान रखा जाता है जैसे दिशा शूल। इसके अनुसार अलग-अलग वार को घर से निकलते समय कुछ खास उपाय करके घर से निकलना चाहिए।
Disha Shul Details In Hindi: ज्योतिष शास्त्र में कई शुभ-अशुभ योगों के बारे में बताया गया है, इनमें से एक है दिशा शूल। इसके अनुसार, किसी खास काम में सफलता के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए कोई खास उपाय करके घर से निकलना चाहिए। ऐसा न करने से अशुभ फल मिलने की स्थिति बन सकती है। दिशा शूल के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ खास उपाय बताए गए हैं। आगे जानिए क्या है दिशा शूल और इससे जुड़े उपाय…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किस वार को किस दिशा में यात्रा में यात्रा करने से बचना चाहिए, ऐसा करना शुभ नहीं होता, इसे ही दिशा शूल कहा जाता है। लेकिन कईं बार न चाहते हुए भी हमें निषेध दिशा में यात्रा करना पड़ती है। उस स्थिति में कुछ आसान उपाय करने से उस दिशा में यात्रा की जा सकती है, इससे दिशा शूल के अशुभ फल से बचा जा सकता है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल लगता है। इसलिए इस दोनों वारों को पश्चिम दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
- मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा अनुकूल नहीं होती है यानी इन दिनों में इस दिशा में यात्रा न करें तो बेहतर रहेगा।
- गुरूवार को दक्षिण दिशा की यात्रा कष्टकारी होती है। इसलिए इस दिशा में यात्रा न करें।
- सोमवार को पूर्व दिशा में जाना हो तो दूध पीकर घर से निकलें।
- मंगलवार को उत्तर दिशा में यात्रा करना हो तो गुड़ खाकर घर से निकलें।
- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना हो तो तिल खाकर यात्रा करें।
- गुरूवार को दक्षिण दिशा में जाना हो तो दही खाकर घर से निकलें।
- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में जाना हो तो जौ खाएं।
- शनिवार को पूर्व दिशा में जाना हो तो उड़द दाल खाकर घर से निकलें।
- रविवार को पश्चिम दिशा में जाना हो तो एक चम्मच घी खाकर घर से निकलें।
ये भी पढ़ें-
अगहन मास का प्रदोष व्रत कब, 28 या 29 नवंबर? जानें डेट, पूजा विधि-मंत्र व मुहूर्त
2 दिन रहेगी मार्गशीर्ष मास की अमावस्या, जानें कब करें श्राद्ध और कब स्नान-दान?
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।